ड्राई फ्रूट्स
काजू के फायदे स्वास्थ्य लाभ
काजू के फायदे स्वास्थ्य लाभ
काजू जिसका उपयोग हम सूखे मेवे के रूप करते है यह हमारे शारीरिक पोषण के लिए बहुत अधिक फायदेमंद होता है। इसका आकार गुर्दे की तरह होता है। इसमें अद्भुत पोषण संबंधी लाभ होते है। आम तौर पर काजू के फायदे भारतीय व्यंजनों का स्वाद बढ़ाने और मिठाईयों की तैयारी के लिए उपयोग किया जाता है। आज के लेख में आप काजू के फायदे स्वास्थ्य लाभ के बारें में जानेंगे।
काजू में प्रोटीन, एंटीआक्सिड़ेट और खनिज पदार्थ होते है जो हमारे शरीर को स्वस्थ बनाने के लिए पर्याप्त मात्रा में आवश्यक होते है। काजू विशेष रूप से उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पाया जाता है। तो आइये जानते है काजू के गुणों के बारे में-
काजू के औषधीय गुण
मधुमेह उपचार के लिए- थोड़े से काजू का उपयोग आपको मधुमेह के खतरे से बचा सकता है। कुछ अध्ययनों के अनुसार काजू रक्त शर्करा के स्तर को कम कर सकते हैं। अध्ययनों से पता चलता है कि, काजू का उचित रूप सेवन करने वाले मधुमेह टाइप 2 रोगियों में रक्त शर्करा का स्तर कम और स्थिर करने में मदद मिलती है।
सिर दर्द के लिए- यदि आप सिर दर्द जैसी तकलीफों से परेशान है। तो, काजू का सेवन इससे आपको बचा सकता है। काजू में मैग्नीशियम रक्त वाहिकाओं को आराम देने में मदद करता है जो सिरदर्द और माइग्रेन को रोक सकता है। इसलिए आप सिरदर्द से बचने के लिए काजू का सेवन नियमित रूप से कर सकते है।
स्वस्थ दिमाग के लिए- मस्तिष्क को स्वस्थ रखने के लिए आप काजू का सेवन कर सकते है। काजू में उपस्थित विटामिन ई उम्र से संबंधित कमजोर याददास्त को दूर कर सकता है। चूंकि मस्तिष्क ज्यादातर वसा से बना है, जो कि स्वस्थ फैटी एसिड की लगातार आपूर्ति पर निर्भर करता है। काजू या इसी तरह के अन्य खाद्य फल इन स्वस्थ वसा के परिपूर्ण होते है। काजू के फायदे लेने के लिए इसका सेवन जरूर करें।
आंखों के लिए- ऑंखों को स्वस्थ रखने के लिए हमें काजू का सेवन जरूर करना चाहिए। काजू में ल्यूटेन और जेकैक्टीन अच्छी मात्रा में उपलब्ध होते है जो हमारी शक्तिशाली आंखों के लिए फायदेमंद होते हैं। साथ ही साथ हमारी आंखों की सामान्य रूप से रक्षा करते है। काजू का उपयोग कर हम उम्र से संबंधित दाग धब्बे को दूर कर सकते है। काजू के फायदे लेने के लिए इसका सेवन जरूर करें।
वजन घटाने में- जैसा आप सोच रहे हैं वैसा नही है, काजू चमत्कारिक रूप से आपका वजन कम नहीं कर सकता। लेकिन यह स्वाभाविक रूप से आपके वजन को कम करने में मदद कर सकता है क्योंकि इसमें बहुत ही कम कैलोरी होती है जो वजन घटाने के आहार का हिस्सा हो सकते है। इसके अलावा काजू का उपयोग करके आप अपने भोजन को ज्यादा स्वादिष्ट बना सकते है।
मजबूत याददाश्त- खाली पेट शहद के साथ काजू खाने से स्मरण शक्ति बढ़ती है। काजू का नियमित सेवन बालों को झड़ने से रोकता है।
बादाम के फायदे

बादाम के फायदे
आयुर्वेद में बादाम का जिक्र मिलता है जिसके मुताबिक बुद्धि और स्मरण शक्ति को बढाने के लिये बादाम को लाभदायक माना गया है। बादाम में पोषक तत्वों का भंडार छिपा हुआ होता है. बादाम में कैलोरी का स्तर निम्न होता है जिस कारण आपके शरीर को अधिक शक्ति मिलती है, बादाम में कार्बोहाइड्रेट, वसा, प्रोटीन पर्याप्त मात्रा में मौजूद होता है इसके साथ ही इसमें विटामिन C,फाइबर, विटामिन E, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटेशियम, और फॉस्फोरस आदि पाए जाते है। बादाम पाचनशक्ति को दुरुस्त रखने, दिल के रोगों से बचने व आपको ज्यादा देर तक भूख से दूर रखने में सहायक होता है। आइये जानते है बादाम के फायदे क्या है और क्यों हमे रोज बादाम का सेवन करना चाहिए।
बादाम के औषधीय गुण
बादाम फाइबर, प्रोटीन और हेल्दी फैट से भरपूर होता है जो आपको ओवर इटिंग से रोकता है यानी इन्हें खाने से आपको छोटी-छोटी भूख नहीं लगती. अगर आपको वज़न कंट्रोल में रखना है तो रोज़ाना एक मुठ्ठी बादाम खाएं.
बादाम डाइबिटिज़ से लड़ने में भी काफी मदद करता है. एक शोध के अनुसार बादाम डाइबिटिज़ में वज़न को कंट्रोल में रखता है.
बादाम में मौजूद मैग्निशियम हड्डियों को मज़बूत और मसल्स को स्ट्रॉंग बनाते हैं.
भीगे हुए बादाम में विटामिन बी17 भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जिससे ये कैंसर खासकर ब्रेस्ट कैंसर से लड़ने की शक्ति देता है. इसीलिए कैंसर के मरीज़ों को रोज़ाना सुबह बादाम भीगोकर खिलाने चाहिए.
जिन भी लोगों को दूध या ग्लूटेन से एलर्जी होती है, उन्हें बादाम वाला दूध पीना चाहिए. ये दूध उनके शरीर के लिए प्रोटीन, विटामिन डी, कैल्शियम, फाइबर और पोटैशियम, कॉपर जैसे ज़रूरी न्यूट्रिएंट्स का अच्छा सोर्स होता है.
रोज़ाना एक मुठ्ठी बादाम खाने से दिल संबंधी बीमारियों का खतरा कम हो जाता है और दिल की सेहत अच्छी बनी रहती है.
बादाम बीमारियों से बचाने और उन्हें ठीक करने में मदद करने के साथ-साथ बालों का झड़ना भी कम करता है. इसी के साथ ये स्किन को ज़रूरी न्यूट्रीएंट्स देकर ग्लोइंग और हेल्दी बनाते हैं.
किशमिश के फायदे

किशमिश के फायदे
अगर आप भी रोज नट्स और किशमिश खाते हैं, तो अच्छी बात है। मगर क्या आपको पता है कि अगर आप किशमिश को रात में भिगोकर खाते हैं, तो यह ज्यादा फायदेमंद हो जाता है। अगर आप रोजाना सिर्फ 10 किशमिश के दानों को रात में भिगोकर सुबह खाएं, तो इससे कई तरह के रोगों और बीमारियों से बचाव होगा। साथ ही सेहत भी बेहतर होगी। एक नजर इसके फायदों पर-
किशमिश के औषधीय गुण
रात में भिगोएं 10 किशमिश- किशमिश खाने का सबसे अच्छा तरीका है कि इसे रात में पानी में भिगोकर रख दें और सुबह फूल जाने पर खाएं और किशमिश के पानी को भी पी लें। भीगी हुई किशमिश में आयरन, पोटैशियम, कैल्शियम, मैग्नेशियम और फाइबर भरपूर होता है। इसमें मौजूद शुगर प्राकृतिक होती है इसलिए सामान्यतः इसका कोई नुकसान नहीं होता है मगर डायबीटीज के मरीजों को किशमिश नहीं खानी चाहिए। किशमिश वास्तव में सूखे हुए अंगूर होते हैं। ये कई रंगों में मौजूद होत हैं मसलन गोल्डन, हरा और काला। इसके अलावा आप कई सब्जियों के स्वाद को बेहतर बनाने के लिए भी किशमिश का इस्तेमाल कर सकते हैं।
बढ़ेगी रोगों से लड़ने की क्षमता- रात में भीगी हुई किशमिश खाने और इसका पानी पीने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सिडेंट्स के कारण इम्यूनिटी बेहतर होती है जिससे बाहरी वायरस और बैक्टीरिया से हमारा शरीर लड़ने में सक्षम होता है और ये बैक्टीरिया शरीर में प्रवेश नहीं कर पाते हैं।
बीपी भी रहता सामान्य- रात को भिगोयी हुयी किशमिश वैसे तो सभी के लिए फायदेमंद है मगर इसका लाभ उन लोगों को मिल सकता है, जो हाई ब्लड प्रेशर यानी हाइपरटेंशन से परेशान हैं। किशमिश शरीर के ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करती है। इसमें मौजूद पोटैशियम तत्व आपको हाइपरटेंशन से बचाता है।
शरीर में खून बढ़ाए- किशमिश के सेवन से आप अनीमिया से बचे रहते हैं क्योंकि किशमिश आयरन का बेहतरीन स्रोत होता है। साथ ही इसमें विटामिन बी काम्प्लेक्स भी बहुतायत में पाया जाता है। ये सभी तत्व रक्त फॉर्मेशन में उपयोगी हैं।
किशमिश पाचन तंत्र में बेहद फायदेमंद है। मिनरल्स की मात्रा काफी होती है। यह हड्डियों के लिए काफी अच्छा होता है। दिनभर में 10-12 किशमिश ली जा सकती हैं। एक बात हमेशा ध्यान रखें कि भीगी हुई किशमिश में कैलरी की मात्रा काफी ज्यादा होती है। इसलिए इस बात का ध्यान रखें कि इसे ज्यादा मात्रा में न लें। इसे नियमित अपने आहार में शामिल करने से डाइजेशन में आराम मिलता है। असल में यह फाइबर से भरपूर होता है।
मखाने के फायदे
मखाने के फायदे
मखाने कमल के बीजों की लाही है। मखाना को देवताओं का भोजन कहा गया है। पूजा एवं हवन में भी यह काम आता है। इसे आर्गेनिक हर्बल भी कहते हैं। क्योंकि यह बिना किसी रासायनिक खाद या कीटनाशी के उपयोग के उगाया जाता है। लोग मखाने को खीर के रूप में या फिर नमक में भून कर भी खाते हैं। मखाना पोषक तत्वों से भरपूर एक जलीय उत्पाद है। मखाना स्वास्थ्य के लिये भी काफी फायदेमंद है। मखाने के बीज किडनी और हृदय के लिये लाभप्रद हैं।
मखाने के सेवन नींद अच्छी आती है। रात में सोते समय दूध के साथ मखाने का सेवन करने से नींद न आने की समस्या दूर हो जाती है। इसके अलावा मखानों का नियमित सेवन करने से शरीर की कमजोरी दूर होती है और हमारा शरीर सेहतमंद रहता है। मखाने में मौजूद प्रोटीन के कारण यह मसल्स बनाने और फिट रखने में मदद करता है।
मखाने के औषधीय गुण
इसे खाने से पेट भरता है जल्दी- मखाने में कैलोरी, वसा और सोडियम कम होती है इसीलिए इसे किसी भी वक़्त खाया जा सकता है। यही नहीं इसे खाने से पेट भी जल्दी भरता है। जिससे भूख कम लगती है।
चेहरा बनाए खूबसूरत- मखाना एंटी-एजिंग के साथ एंटी-आक्सीडेट से भी भरपूर होता हैं जो उम्र को रोकने में सहायता करता है। जिस वजह से आप लंबे समय तक जवां बने रहते हो। झुर्रियां और बालों का सफेद होना भी मखाने से कम हो जाते हैं।
ब्लड प्रेशर की शिकायत वाले जरुर खाएं- इसमें कम सोडियम होता है लेकिन पोटेशियम और मैग्नीशियम इसमें अच्छी मात्रा में पाया जाता है। तो जिन्हें ब्लड प्रेशर की शिकायत है वे मखाना खा सकते हैं।
मधुमेह के लिए- डायबिटीज चयापचय विकार है, जो उच्च रक्त शर्करा के स्तर के साथ होता है। मखाना मधुमेह के रोगी के लिए एक उत्तम नाश्ता है। यह उनके लिए पौष्टिक तो है ही किंतु साथ ही में यह उनके रक्त शर्करा स्तर को भी नियंत्रण में रखता है।
हड्डी और दांत के लिए फायदेमंद- इसमें कैल्शियम पाया जाता है जो आपकी हड्डी और दांत के लिए फायदेमंद है।
वजन कम करने के लिये अच्छा- जो लोग अपना वजन कम करना चाहते हैं उनके लिए मखाना किसी वरदान से कम नहीं है। इसमें वसा नहीं होती है साथ ही इसे खाने से पेट भी भर जाता है। तो भूख भी कम लगती है।
शरीर की कमजोरी दूर करे- रात को दूध में मखाने डालकर खाने से आपको अच्छी नींद आती है। यह शरीर की कमजोरी को दूर करता है साथ ही तनाव को भी खत्म कर देता है।
अखरोट के फायदे

अखरोट के फायदे
अखरोट खाना हर किसी को पंसद होता है। कई सारे विटामिन होने के कारण इसको विटामिनों का राजा भी कहा जाता है। अखरोट में प्रोटीन के अलावा कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन फास्फोरस, कॉपर, सेलेनियम जैसे पोषक तत्व पाएं जाते हैं। ये बालों और त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। इसके साथ ही इसमें मौजूद ओमेगा 3 फैट एसिड शरीर को अस्थमा, आर्थराइटिस, स्किन प्रॉब्लम, एक्जिमा और सोरायसिस जैसी बीमारी से बचाता है। इसके अवाला भी अखरोट के फायदे होते हैं। आज हम आपको उन्हीं फायदों के बारे में बताएंगे।
अखरोट के औषधीय गुण
वजन घटाने में मददगार- अखरोट वजन कंटोल करने में सहायक है। रोजाना इसका सेवन करने से आसानी से वजन कम किया जा सकता है। जो लोग बढ़ते वजन से परेशान हैं उन्हें हर दिन अखरोट खाने चाहिए। लगातार अखरोट खाने से आपको कुछ दिनों में फर्क दिखाई देगा।
दिल के लिए बेहतरीन- इसमें पाए जाने वाले एंटी-ऑक्सीडेंट दिल को दरूस्त करने का काम करता है। अखरोट खाने से दिल से संबंधित समस्याएं नहीं होती।
गुड फॉर ब्रेन- अखरोट को ब्रेन फूड भी कहते हैं। इसका सेवन करने से उनके दिमाग को ऊर्जा मिलती है। याददाश्त कम होने की स्थिति में भी अखरोट का सेवन लाभकारी होता है। स्मरण शक्ति बढ़ाने के लिए अखरोट औषधि की तरह काम करता है। अखरोट खाने से कुछ ही दिनों में आपको फर्क दिखाई देने लगेगा।
स्वस्थ जीवन- स्वस्थ और लम्बे जीवन के लिए अखरोट खाना अच्छा रहता है। इसका नियमित सेवन से जीवनकाल बढ़ता है। इससे जीवन ऊर्जा से भरपूर रहता है।
डायबिटीज- डायबिटीज मरीजों को रोजाना अखरोट का नियमित रूप से सेवन करना चाहिए। इसको खाने से डायबटीज टाइप 2 से आराम मिलता है। इसमें पाई जाने वालें पॉलीअनसेचुरेटेड और मोनो वसा सेहत के लिए अच्छी होती है।
अच्छी नींद- जिन लोगों को पूरा दिन काम करने के बाद भी नींद नहीं आती उनके लिए अखरोट रामबाण का काम करता है। रात को सोने से पहले 1 या दो अखरोट खाने से शरीर रिलैक्स होता है। इससे अच्छी नींद आती है।
मूंगफली के फायदे

मूंगफली के फायदे
यह कहना गलत नहीं होगा कि मूंगफली के फायदे बादाम से किसी भी तरह से कम नहीं हैं। यह न सिर्फ ठंड के मौसम में दोस्तों के बीच हंसी-ठिठोली और टाइम पास का जरिया है, बल्कि यह पौष्टिक तत्वों का खजाना भी है। इस लेख में हम मूंगफली खाने के फायदे बता रहे हैं। हालांकि, इनमें से कुछ फायदे ऐसे हैं, जो शायद कई लोगों को पता होंगे, लेकिन इसमें कुछ फायदे ऐसे हैं जिन्हें जानकर आप चौंक जाएंगे। आइए, अब जानते हैं मूंगफली के फायदे।
मूंगफली के औषधीय गुण
सेहत के लिए मूंगफली के फायदे- वैसे तो मूंगफली खाने के फायदे सेहत, त्वचा और बाल तीनों के लिए हैं, लेकिन हम शुरुआत करेंगे सेहत के लिए मूंगफली के फायदे से। नीचे हम आपको विस्तार से सेहत के लिए मूंगफली के फायदे बता रहे हैं।
स्वस्थ दिल के लिए फायदेमंद मूंगफली- मूंगफली में मानोअनसैचुरेटेड और पॉली अनसेचुरेटेड वसा बाले होते है। जों हृदय को स्वस्थ रखते हैं। ये दोनों वसा रक्त कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करते है, और इस तरह कोरोनरी हृदय रोगों के जोखिमों को कम करते है। मूंगफली के फायदे लेने के लिए इसका सेवन अवश्य करें।
त्वचा के लिए- नट्स में मौजूद एंटी- ऑक्सीडेंट पर्याप्तमात्रा में होते है। जो पकाने या उबालने के बाद ज्यादा सक्रीय होते है। पकाने के बाद जैनिस्टीइन में चार गुना वृद्धि होती है और बायोइकिन-ए नामक एंटी- ऑक्सीडेंट में दो गुनी वृद्धि होती है। ये त्वचा में होने वाले हानीकारक प्रभावों को रोकने में मदद करता है। जिससे आपकी त्वचा स्वस्थ व निरोगी होती है। साथ ही यह आपकी भूख की शांत करने में भी मदद करती है।
गठिया या हड्डियों के लिए मूंगफली के फायदे- अगर आप अपनी डायट में मूंगफली को शामिल करेंगे, तो गठिया की समस्या से काफी हद तक आराम मिलेगा। मधुमेह भी गठिया का एक कारण हो सकता है। ऐसे में मूंगफली के सेवन से ब्लड शुगर का स्तर नियंत्रित रहता है और शरीर के हानिकारक कोलेस्ट्रॉल को भी कम कर सकता है। इसके अलावा, मूंगफली अन्य ड्राई फ्रूट्स की तुलना में सस्ती भी होती है।
वजन संतुलित रखने के लिए- मोटापे के कारण छोटी-मोटी कई समस्याएं और बीमारियां शरीर को घेर लेती हैं। इसलिए, संतुलित वजन जरूरी है। आप अपनी डाइट में मूंगफली को शामिल कर बढ़ते वजन को रोक सकते हैं। जो महिलाएं सप्ताह में कम से कम दो बार मूंगफली या पीनट बटर खाती हैं, उन्हें मोटापा होने की आशंका उन महिलाओं के मुकाबले कम होती है, जो मूंगफनी नहीं खाती हैं। आप वजन कम करने के लिए ब्रेड स्लाइस पर पीनट बटर लगाकर खा सकती हैं।
ब्लड शुगर को कम करे- मूंगफली का नियमित सेवन कैल्शियम, वसा, ओर कार्बोआइड्रेट को मैंगनीज के माध्यम से अवशोषित करने में मदद करता है। जो मूंगफली में पाया जाता है। यह व्यक्ति के शरीर में शुगर के स्तर को नियंत्रित करता है। मूंगफली के फायदे लेने के लिए इसका सेवन अवश्य करें।
मुनक्का के फायदे

मुनक्का के फायदे
मुनक्का का इस्तेमाल औषधीय के साथ-साथ धार्मिक कार्यों में भी किया जाता है. पूजा-पाठ के बाद इसे प्रसाद के रूप में भी दिया जाता है. अंगूर के सभी गुण मुनक्का में होते हैं. मुनक्का दो प्रकार का होता है लाल मुनक्का और काला मुनक्का. मुनक्का खाने से खून बढ़ता है. इसको खाने से रक्त की वृद्धि होती है और वायु, पित्त, कफ दोष दूर होते हैं. त्वचा पर मुनक्का पौष्टिक होता है. यह कम वसा और उच्च ऊर्जा प्रदान करता है. मुनक्का त्वचा को स्वस्थ और सुंदर रखने में मदद करता है. मुनक्का त्वचा की कोशिकाओं की रक्षा करता है. इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट फ्री रेडिकल्स से त्वचा की कोशिकाओं को नुकसान होने से बचाते हैं. मुनक्का में विटामिन ए और ई की मात्रा होती है जो त्वचा की बाहरी परत में नई कोशिकाओं के विकास में मदद करती हैं. मुनक्का में रेस्वेराट्रोल पाया जाता है जो त्वचा के स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद है. आइए मुनक्का के फायदे जानते हैं.
मुनक्के के औषधीय गुण
हृदय के लिए- मुनक्का के नियमित सेवन से हार्ट अटैक की समस्या को दूर रखने में मदद करता है. इसके लिए एक गिलास दूध में 8 से 10 मुनक्का उबाल लें. अब इसमें एक चम्मच घी डालकर सुबह शाम पियें. इससे ह्रदय रोगों से आराम मिलता है.
बालों के लिए- मुनक्का में बालों के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए आवश्यक आयरन पाया जाता है. आयरन की कमी के कारण बाल बेजान और झड़ने शुरू हो जाते हैं. मुनक्का में विटामिन सी बड़ी मात्रा में होता है जो बालों में प्राकृतिक रंग बनाए रखने में मदद करता है.
कब्ज में- इसके सेवन से पाचन तंत्र में सुधार होता है. इसमें मौजूद फाइबर जठरांत्र मार्ग से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं. 10 मुनक्का को सुबह दूध में अच्छे से उबालकर दूध को पी लें. इस का एक हफ्ते तक सेवन करें, आप को कब्ज़ की समस्या से छुटकारा मिल जाएगा.
वजन बढ़ाने में- हर मेवे की तरह मुनक्का भी वजन बढ़ाने में मदद करता है क्योंकि इसमे फ्रुक्टोज़ और ग्लूकोस पाया जाता है जो हमें एनर्जी प्रदान करता है. 10 मुनक्का 5 छुहारे को सुबह शाम दूध में उबाल कर इस का सेवन करें, आप का वजन बढ़ना शुरू हो जायेगा.
बुखार में- मुनक्का में मौजूद फिनोलिक पायथोन्यूट्रिएंट, जर्मीशिडल और एंटीऑक्सीडेंट तत्वों की वजह से जाने जाते हैं. यह जीवाणु संक्रमण और वायरल से लड़कर बुखार को जल्दी ठीक करने में मदद करते हैं. रात को 10 मुनक्का और अंजीर को पानी में भिगोकर रख दें. सुबह एक गिलास दूध में इसे उबाल लें.
आँखों के लिए- इसमें विटामिन ए, बीटा कैरोटीन होता है जो आँखों के स्वास्थ्य के लिए बहुत आवश्यक होता है. इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो आँखों को फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद करते हैं. मुनक्का को खाने से आँखों की कमज़ोरी, मांसपेशियों की क्षति, मोतियाबिंद आदि नहीं होते हैं.
एनीमिया में- मुनक्का खून को बनाने के लिए विटामिन बी काम्प्लेक्स की ज़रूरत को पूरा करता है. इसके अलावा मुनक्का में भरपूर मात्रा में कॉपर पाया जाता है जो लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में मदद करता है. सोते समय लगभग 10 से 12 मुनक्का को धोकर पानी में भिगो दें. इसके बाद सुबह उठकर मुनक्का के बीजों को निकालकर अच्छी तरह से चबाकर खाने से शरीर में खून बढ़ता है.
हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए- कैल्शियम का भरपूर स्रोत होने के कारण मुनक्का हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाता है. इसमें बोरान नामक सूक्ष्म पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जो कैल्शियम सोखने और हड्डियों तक कैल्शियम को पहुँचाने में मदद करता है.
छुहारे के फायदे

छुहारे के फायदे
छुहारे के फायदे अनगिनत होते हैं। सर्दियों में अक्सर आपने लोगों को बादाम,अखरोट और कई सारे ड्राईफ्रूट्स का सेवन करते देखा होगा। क्योंकि अधिकतर ड्राईफ्रूट्स की तासीर गर्म होती है, जो सर्दियों में शरीर को गर्म बनाए रखते हैं। लेकिन आपने कभी ड्राईफ्रूट्स यानि बादाम, काजू, किशमिश और अखरोट के अलावा छुहारे के फायदे के बारे में सुना है। आपको बता दें कि छुहारा, खजूर के सूखने के बाद बनता है। प्राचीन काल से ही हमारे यहां लोग छुहारे का सेवन करते आ रहे हैं। जहां गर्मियों में छुहारे के सेवन से शरीर में ऊर्जा बनी रहती है, तो वहीं सर्दियों में इसके छुहारे के फायदे बढ़ जाते हैं। क्योंकि ये शरीर को गर्माहट देने के साथ ही डायबिटीज,कब्ज समेत कई सारी बीमारियों से भी बचाता है। आयुर्वेद में छुहारे के फायदे का विस्तृत रूप से उल्लेख मिलता है। इसलिए आज हम आपको छुहारे के फायदे के बारे में बता रहें हैं। जिससे आप छुहारे का सेवन करके खुद को सेहतमंद बना सकते हैं और कई सारी गंभीर बीमारियों से छुटकारा पा सकते हैं।
छुहारे के औषधीय गुण
डायबिटीज़- डायबिटीज़ यानि शुगर की बीमारी में अक्सर लोगों को मीठा खाना मना होता है, लेकिन ऐसे में अगर सर्दियों या त्यौहारों पर मिठाई की जगह सीमित मात्रा में खजूर का हलवा या छुहारे का हलवा खाया जाए, तो वो नुकसान नहीं करेगा। क्योंकि छुहारे और खजूर प्राकृतिक रूप से मिठास लिए होते हैं और इनमें में गन्ने से बनने वाली चीनी के साइड इफेक्ट्स नहीं पाए जाते हैँ।
खांसी- सर्दियों में अक्सर ठंड की वजह से लोगों को खांसी हो जाती है। ऐसे में अगर छुहारे को घी में भूनकर दिन में 2-3 बार सेवन करें। तो खांसी, छींक, जुकाम और बलगम में राहत मिलती है।
रक्तचाप- अगर आप बार-बार घटते(कम)रक्तचाप की बीमारी से परेशान है, तो आपको नियमित रूप से 3-4 छुहारे को गर्म पानी में धोकर, फिर गुठली निकाल दें। इसके बाद गाय के गर्म दूध के साथ उबाल लें। उबले हुए दूध को सुबह-शाम सेवन करने से कुछ ही दिनों में कम रक्तचाप से छुटकारा मिल जाएगा।
कब्ज- अगर आप रोजाना कब्ज की बीमारी समस्या से परेशान रहते हैं। तो इसे दूर करने के लिए बस सुबह-शाम 3 छुहारे खाने के बाद गर्म पानी पी लें, कब्ज में आराम मिलेगा।
झड़ते और दोमुंहे बालों से छुटकारा- छुहारे का सेवन करने से बालों के रूखेपन की समस्या खत्म होती है। क्योंकि छुहारे में विटामिन बी पाया जाता है। जिससे बाल जड़ों से मजबूत बनते हैं और दोमुंहे बाल और घुंघराले बालों से निजात मिलती है।
आंखों के रोग- आंखों में इंफेक्शन की वजह से कई बार सर्दियों में आंखों के रोग यानि गुहेरी निकल आती है। तो ऐसे में खजूर या छुहारे की गुठली का लेप बनाकर गुहेरी वाली जगह पर लगाने से आराम मिलता है। इसके साथ ही लगातार छुहारे का सेवन करने से रात में न दिखने वाली परेशानी में भी लाभ मिलता है।
सांस की बीमारी- सर्दियों में अक्सर लोगों को ठंड की वजह से सांस लेने में दिक्कत महसूस होती है। जिसे आप रोजाना छुहारे का सेवन करके आसानी से खत्म कर सकते हैं। क्योंकि छुहारे खाने से फेफड़े मजबूत बनते हैं।जिससे सांस की बीमारी में राहत मिलती है।
पिस्ता के फायदे

पिस्ता के फायदे
पिस्ता दुनिया भर में सबसे अधिक उपयोग किया जाने वाला खाद्य पदार्थ है। पिस्ता अनाकार्डियासी परिवार के पिस्तासिया जीनस से संबंधित माना जाता हैं। पिस्ता के पेड़ को अपनी पहली उपज देने के लिए के लिए 10-12 साल का लम्बा समय लगता है। इसका खाने योग्य हिस्सा इसके फल के बीच में एक बीज के रूप में होता है। पिस्ता पूरे साल ही उपलब्ध रहता है।|
पिस्ता के औषधीय गुण
पिस्ता के पौष्टिक मूल्य- पिस्ता का बीज पोषक तत्वों और फाइबर आहार का स्त्रोत है| इन छोटे मेवों में लगभग सभी आवश्यक विटामिन, खनिज, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और जरूरी फैटी एसिड होते हैं। अन्य सूखे मेवों की तुलना में पिस्ता में फैट और कैलोरी की मात्रा कम होती है।
वजन घटाने के लिए- बहुत ही कम लोगों को मालूम है कि पिस्ता खाने से वजन कम होता है। पिस्ता में भरपूर मात्रा में फाइबर एवं प्रोटीन पाया जाता है, ये दोनों तत्व आपको अधिक भूख नहीं लगने देते हैं और इससे आप ज्यादा भोजन करने से बच जाते हैं। लगातार 12 हफ्तों तक पिस्ता का सेवन करके आप अपने शरीर के बढ़े वजन में फर्क देख सकते हैं। पिस्ते को स्नैक्स में भी शामिल किया जा सकता है और ज्यादा बेहतर परिणाम के लिए नियमित दिन में दो बार भी पिस्ता खाने की सलाह दी जाती है। इसलिए वजन घटाने के लिए पिस्ता का सेवन बहुत ही ज्यादा फायदेमंद होता है।
पिस्ता बालों के लिए है जरूरी- स्वस्थ बालों के लिए बायोटिन बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। पिस्ता में उपस्थित बायोटिन बालों को गिरने से रोकता है। पिस्ता इसके मॉइस्चराइजिंग गुणवत्ता के कारण बालों के विभाजन को रोकता है। यह स्वस्थ और रेशमी बालों के विकास में मदद करता है।
त्वचा बनती है स्वस्थ- त्वचा को स्वस्थ रखने के लिए विटामिन E बहुत जरूरी होता है और यह एंटीऑक्सीडेंट पिस्ता में बहुतायत मात्रा में पाया जाता है। यह त्वचा की झिल्ली की म्यूकस झिल्ली को सेल मेंबरेन से जोड़ने में मदद करता है। इसके अलावा यह हानिकारक अल्ट्रावॉयलेट किरणों से भी त्वचा को बचाता है और स्किन की बीमारियों से रक्षा करता है और त्वचा को स्वस्थ रखता है। ज्यादातर लोग अपनी त्वचा को आकर्षक बनाने और सुंदर दिखने के लिए भी पिस्ता खाते हैं।
पाचन में सहायता- पिस्ता फाइबर सामग्री से भरा होता है इसलिए पाचन समस्याओं को ठीक करने में भी यह मदद करता है। एक औंस पिस्ता में लगभग 3 ग्राम तक फाइबर आहार होता है।
मस्तिष्क की शक्ति को बढ़ावा- पिस्ता सेहत को ठीक रखने के साथ ही मस्तिष्क को भी स्वस्थ रखने का काम करता है। पिस्ता में पाये जाने वाला विटामिन B6 ब्लड में हीमोग्लोबिन को बढ़ाने में सहायक होता है। ब्लड में ऑक्सीजन का सही तरीके से परिवहन होने से यह दिमाग को अधिक सक्रिय बनाता है और मस्तिष्क को भी स्वस्थ रखता है। यदि आपका दिमाग कमजोर है या आप अधिक सक्रिय होकर काम नहीं कर पाते हैं तो आपको अभी से पिस्ता खाना शुरू कर देना चाहिए।
आंखों के लिए- आंखों के अच्छे स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में पिस्ता बहुत उपयोगी होता है। इसमें कैरोटीनोइड होते हैं जो आंखों की रक्षा करते है। पिस्ता का सेवन करने से आयु के साथ होने वाली रेटिना क्षति की संभावना कम होती है। इसलिए यदि आप अपनी तेज द्रष्टि बनाए रखना चाहते है तो पिस्ता का नियमित सेवन कर सकते है।
खजूर के फायदे

खजूर के फायदे
खजूर के पेड़ों की खेती सदियों से की जा रही है। खासतौर से मध्य पूर्व के देशों में तो खजूर हमेशा से भोजन का अहम हिस्सा रहा है। खजूर की खासियत यह है कि इसे आप फ्रेश भी खा सकते हैं और सुखाकर भी इस्तेमाल कर सकते हैं। एक खजूर की लंबाई तीन से सात सेंटीमीटर तक हो सकती है। जहां पके हुए खजूर का रंग गहरे पीले और लाल रंग का होता है वही सूखा खजूर ज्यादातर भूरे रंग का होता है. मिठास के आधार पर खजूर को तीन हिस्सों में बांटा जाता है- नरम खजूर, हल्का सूखा खजूर और पूरी तरह से सूखा हुआ खजूर। हालांकि खजूर के ये तीनों प्रकार लगभग एक जैसे ही होते हैं लेकिन स्वाद और आकार में थोड़ा बहुत फर्क हो सकता है।
खजूर एक ऐसा फल है जो आपकी सेहत के लिए बहुत ही अच्छा है। इसमें ढेरों पोषक तत्व पाए जाते हैं और माना जाता है कि ये कई बीमारियों को दूर कर सकता है। यहां पर हम आपको खजूर के ऐसे ही कुछ चमत्कारी फायदों के बारे में बता रहे हैं:
खजूर के औषधीय गुण
ऊर्जा बढ़ाने वाला- स्वाद और प्राकृतिक गुणों से भरपूर खजूर आपको ऊर्जा भी देता है। खजूर के रोजाना सेवन से इसके सहायक पोषक तत्व आपको दिनभर थकान महसूस नहीं होने देते। खजूर खाने से दिनभर शरीर में ऊर्जा का संचार इसमें मौजूद पोषक तत्व फ्रूटोज और ग्लूकोज की वजह से होता है।
डाइजेशन सुधारे, भगाए कब्ज- खजूर में भरपूर मात्रा में फाइबर होता है जो आपके पाचन तंत्र की सफाई करने के काम आता है। अगर पाचन ठीक रहेगा तो कब्ज की शिकायत भी नहीं होगी।
दिल बनाए सेहतमंद- खजूर में मौजूद फाइबर आपके दिल को भी मजबूत और सेहतमंद बनाने का काम करते हैं। खजूर में पोटेशियम भी होता है जो हार्ट अटैक के खतरे को काफी हद तक टाल सकता है।
ब्लड प्रेशर करे कंट्रोल- मैग्नीशियम ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने का भी काम करता है। खजूर में मौजूद पोटेशियम ब्लड प्रेशर को कम करने का काम करता है।
कोलेस्ट्रॉल- खजूर खाने से कोलेस्ट्रॉल भी नियंत्रित रहता है। एक अध्ययन में बताया गया है कि अगर एक स्वस्थ व्यक्ति खजूर का रोजाना सेवन करता है, तो कोलेस्ट्रॉल के स्तर पर प्रभावी रूप से असर पड़ता है। खजूर में पोटैशियम की मात्रा अधिक होती है, जो हानिकारक कोलेस्ट्रॉल को घटाने में भी मदद करता है।
एनीमिया में भी कारगर- रेड ब्लड सेल्स और आयरन की कमी के चलते कई लोगों को एनीमिया की शिकायत हो जाती है। एनीमिया यानी कि शरीर में खून की कमी। खजूर में भरपूर मात्रा में आयरन पाया जाता है। ऐसे में यह एनीमिया के उपचार का रामबाण इलाज है। लगातार खजूर का सेवन करने से शरीर में आयरन की कमी पूरी हो जाती है।
नहीं लगेंगे दांतों में कीड़े- खजूर में फ्लूरिन पाया जाता है जो दांतों से प्लाक हटाकर कैविटी नहीं होने देता। यही नहीं यह टूथ इनेमल यानी कि दंतवल्क को भी मजबूती देता है।
स्किन और बालों के लिए गुणकारी- विटामिन C से भरपूर खजूर त्वचा के लचीलेपन को बरकरार रखकर उसे कोमल बनाता है। खजूर में मौजूद विटामिन B5 स्ट्रेच मार्क्स हटाने में भी कारगर है। यही नहीं यह बालों को भी स्वस्थ बनाए रखता है. विटामिन B5 की कमी से बाल कमजोर होकर झड़ने लगते हैं और दोमुंहे भी हो जाते हैं।
चिरौंजी के फायदे
चिरौंजी के फायदे
मीठी चीजों में खासतौर पर इस्तेमाल होने वाली चिरौंजी में कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं. चिरौंजी में प्रोटीन की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है. इसके अलावा इसमें विटामिन सी और बी भी पर्याप्त मात्रा में होता है. हालांकि यह एक महंगा ड्राई फ्रूट है पर इससे होने वाले स्वास्थ्य लाभ वाकई बेजोड़ हैं.
चिरौंजी के औषधीय गुण
चिरौंजी में प्रचुर मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है. कुछ मात्रा में इसके सेवन से शरीर की प्रोटीन की आवश्यकता पूरी हो जाती है. आप चाहें तो इसे कच्चे रूप में भी खा सकते हैं या फिर किसी भी स्वीट डिश के साथ पकाकर ले सकते हैं.
किसी को शारीरिक कमजोरी हो तो उसके लिए चिरौंजी खाना बहुत फायदेमंद होता है. यह शारीरिक कमजोरी को दूर करने के साथ ही क्षमता का विकास भी करता है.
सर्दी-जुकाम में भी इसका सेवन फायदेमंद होता है. इसे दूध के साथ पकाकर प्रयोग में लाने से इस तकलीफ में फायदा होता है.
चिरौंजी एक बहुत ही कारगर सौंदर्य उत्पाद है. इसके इस्तेमाल से चेहरे पर चमक आती है और कील-मुंहासे साफ हो जाते हैं. अगर आपके चेहरे पर दाग हैं तो इसे पीसकर प्रभावित जगह पर लगाने से चेहरा बेदाग हो जाता है.
अगर आपकी रंगत गहरी है तो भी आप इसके पेस्ट का इस्तेमाल कर सकते हैं.
चिरौंजी बीज के उपयोग
खाने के लिए उपयोग किये जाने वाले ड्राई फूड्स में प्रमुख रूप से चिरौंजी का उपयोग किया जाता है। वैसे तो आप इन बीजों का सेवन सामान्य रूप से सेवन किया जा सकता है पर इसे अन्य रूप से अपने आहार को पौष्टिक बनाने और स्वास्थय लाभ प्राप्त करने के लिए भी उपयोग किया जा सकता है। जो इस प्रकार हैं :
मिठाईयों को सुदंर रूप देने के लिए चिरौंजी बीजों का उपयोग किया जाता है।
चिरौंजी वीज बादाम का अच्छा विकल्प होता है, इसलिए जिस तरह आप बादाम का सेवन करते हैं उसकी जगह पर चिरौंजी बीजों का भी सेवन किया जा सकता है।
चिरौंजी बीजों के तेल का उपयोग खाना बनाने के लिए भी किया जाता है, यह बादाम तेल और जैतून के तेल के विकल्प के रूप में भी उपयोगी होता है।
इस का उपयोग विशेष रूप से खीर में उपयोग किया जाता है जो इसके स्वाद को बढ़ाने में प्रमुख भूमिका निभाता है।
यौन स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए चिरौंजी बीज के पाउडर का उपयोग दूध के साथ मिला कर उपयोग किया जाता है।
आप अपने सुबह के नाशते में चिरौंजी के कुछ बीजों को शामिल कर सकते हैं, यह आपको अधिक ऊर्जा दिलाने में मदद करता है।
चिरौंजी बीजों का उपयोग मसालों के रूप में भी किया जाता है जो आपके व्यंजनों को स्वादिष्ट बनाता है।
इसके बीजों को पीस कर मोटी सॉस तैयार करने के लिए उपयोग किया जाता है, साथ ही इसका उपयोग ग्रेवी को गाढ़ा बनाने के लिए भी किया जाता है।
चिरौंजी बीजों का उपयोग आप सूप, सलाद और मांस व्यंजनों में छिड़कने के रूप में भी उपयोग कर सकते हैं।
अंजीर के फायदे

अंजीर के फायदे
कुछ फल ऐसे होते हैं, जो फल के रूप में तो स्वादिष्ट लगते ही हैं, लेकिन सूखने के बाद सेहत के लिए और गुणकारी साबित होते हैं। अंजीर भी उन्ही फलों में से एक है। इसे फल और ड्राईफ्रूट दोनों प्रकार से खाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि पृथ्वी पर पाए जाने वाले सबसे पुराने फलों में से एक अंजीर है। अंजीर के बारे में जितनी बात की जाए उतनी ही कम होगी, लेकिन इस आर्टिकल के जरिए हम आपको अंजीर के संबंध में अधिक से अधिक जानकारी देने का प्रयास करेंगे। हम न सिर्फ सेहत के लिए अंजीर के फायदे बताएंगे, बल्कि यह भी बताएंगे कि इसका सेवन कैसे किया जाए और अंत में इसके नकारात्मक पहलु पर भी बात करेंगे।
अंजीर के औषधीय गुण
स्वस्थ दिल के लिए- दिल को स्वस्थ रखने के लिए अंजीर का सेवन बहुत ही लाभदायक होता है क्योंकि इसमें ओमेगा 3 और फिनोल पाया जाता है जो कि दिल के लिए बहुत ही लाभदायक होते हैं अंजीर खाने से कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम होती है जोकि दिल के रोगियों की मुख्य समस्या होती है इस प्रकार अंजीर के सेवन से दिल की बीमारी से बचा जा सकता है।
ताकत बढ़ाने में- शरीर के लिए आवश्यक पोषक तत्व मैं से अधिकतर अंजीर में मौजूद होते हैं इसलिए अंजीर का उपयोग शारीरिक ताकत बढ़ाने के लिए किया जा सकता है सूखे अंजीर को ड्राईफ्रूट की तरह इस्तेमाल किया जाता है इसलिए अंजीर खाने से शरीर को आवश्यक पोषक तत्व प्राप्त होते हैं और शरीर की शक्ति में बढ़ोतरी होती है।
वजन घटाने में सहायक- फाइबर की उच्च मात्रा होने के कारण अंजीर का उपयोग वजन घटाने के लिए किया जाता है अंजीर में फाइबर की मात्रा उच्च होती है और यह कैलोरी में बहुत कम होती है एक अंजीर खाने से आपको 47 कैलोरी के लगभग ऊर्जा प्राप्त होती है इस प्रकार सूखे अंजीर का सेवन उन लोगों के लिए बहुत ही लाभकारी साबित होता है जो वजन कम करना चाहते हैं।
अंजीर के फायदे मधुमेह में- मधुमेह से ग्रस्त व्यक्तियों को मीठे खाने की मनाही होती है मीठे के स्थान पर वह अंजीर का उपयोग अपने मुंह की मिठास बढ़ाने के लिए कर सकते हैं इसके साथ-साथ अंजीर का उपयोग मधुमेह को कम करने में भी किया जा सकता है। अंजीर की पत्तियों का सेवन मधुमेह से ग्रस्त व्यक्तियों में इंसुलिन की कार्य क्षमता को बढ़ाता है और ब्लड शुगर के स्तर को कम करता है।
हड्डियां मजबूत होती हैं- अंजीर में कैल्शियम में भी काफी मात्रा में पाया जाता है ऐसे में हड्डियों की कमजोरी दूर करने के लिए अंजीर का सेवन फायदेमंद हो सकता है। इससे हड्डियों का समुचित विकास होता है।
पाचन तंत्र मजबूत बनाने में- इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्वों में फाइबर की मात्रा अत्यधिक होती है अंजीर में लगभग 28% से अधिक फाइबर पाया जाता है फाइबर की अधिक मात्रा होने के कारण अंजीर का उपयोग पाचन तंत्र को मजबूत बनाने के लिए किया जाता है। इससे कब्ज से भी राहत प्राप्त होती है अंजीर का सेवन आप सीधे भी कर सकते हैं या फिर अंजीर को रात में भिगोकर सुबह इसका सेवन करने से पेट अच्छी तरह साफ हो जाता है।
तरबूज के बीज के फायदे

तरबूज के बीज के फायदे
आमतौर पर तरबूज खाते समय अधिकांश लोग उसके बीज निकाल लेते हैं। कोशिश यही रहती है कि ज्यादा से ज्यादा बीज निकाल दे ताकि मुंह में न आए। वैसे भी अभी तक बच्चों को यही कहा जाता है कि अगर आप तरबूज के बीज निगल गए तो आपके पेट में तरबूज का पेड़ उग जाएगा। अगर आपने कभी तरबूज के बीज खा भी लिए तो आपको पता है कि ये बात सच नहीं है। लेकिन यह सवाल जरूर मन में उठता है कि क्या तरबूज के बीज खाना सुरक्षित है, क्या यह पचाने में हेल्दी है?
जी हां, तरबूज के बीज निगलने के लिए सौ प्रतिशत सेफ है। तरबूज के बीज कई पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। इन्हें अच्छे से चबाकर खाना चाहिए, जिससे हमारा शरीर इन पोषक तत्वों को पा सके। तरबूज के काले और सफेद दोनों तरह के ही बीज खाने के लिए सेफ होते हैं। ये दोनों केवल परिपक्वता के कारण अलग दिखते हैं। इनमें मैग्नीशियम,पोटाशियम,फास्फोरस और तांबे जैसे कई पोषक तत्व मौजूद होते हैं।
तरबूज के औषधीय गुण
तरबूज के बीज खाने के फायदे-
तरबूज के बीज में मैग्नीशियम बहुत ही मात्रा में होता है जो दिल की सुरक्षा करने में सहायक है। यह ब्लड प्रेशर को भी नियंत्रित रखता है और दिल की कई समस्याओं को बहुत ही दूर करता है।
तरबूज के बीजों में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो झुर्रियों की समस्या को बहुत हद तक रोकते हैं।
इन बीजों को खाने से स्किन अंदर से साफ़ होती है. जिसकी वजह से स्किन में चमक आती है और मुहांसे कम होते हैं. साथ ही ये स्किन पर दिखने वाले बढ़ती उम्र के असर को भी कम करते हैं.
उबले बीजों के सीरप का रोजाना खाली पेट सेवन करना मधुमेह के रोगी के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद होता है।
किसी भी गंभीर बीमारी के बाद शरीर में बहुत सी कमजोरी आ जाती है। ऐसे में इसको लेने से फायदा होता है। ।
इसमें मौजूद डायट्री फाइबर पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने में मदद करते हैं और पाचन संबंधी समस्याओं को खत्म करने में सहायक होते हैं। कब्जियत की समस्या में भी यह बेहद लाभकारी है।
मधुमेह के रोगी के लिए तरबूज के बीज- डायबिटिक मरीजों को 1 मुट्ठी तरबूज का बीज 1 लीटर पानी में डालकर, ढककर 15 मिनट तक उबालने चाहिए. डायबिटीज के उपचार में इस पानी को हर रोज चाय के जैसे पीने से लाभ होता है. ये तरबज के बीज बीमारी के बाद शरीर में आई कमजोरी दूर करने में भी सहायता करते हैं.
तरबूज के बीज कैसे खाएं- इस बीज के फायदों को पाने के लिए थोड़े से तरबूज का बीज नियमित खाएं. तरबूज के बीज चाहे तो सीधे खाएं, उबाल कर खाएं, अंकुरित करके खाएं या फिर सलाद में डाल कर खाएं. ये बाज़ार में भी मिलते हैं. बाजार में मिलने वाले तरबूज के बीज का ऊपरी कड़ा छिलका हटा दिया जाता है, इसलिए ये सफ़ेद रंग के दिखते हैं.
अलसी के बीज के फायदे

अलसी के बीज के फायदे
अलसी के बीज एक सुपरफूड हैं, यानि इनके फायदे बहुत सारे हैं. अलसी के बीज को इंग्लिश में फ्लक्स सीड्स कहा जाता है. विज्ञान की नई खोजों से पता चला है कि अलसी का सेवन वजन घटाने, कोलेस्ट्रॉल कम करने, ब्लड शुगर कण्ट्रोल करने जैसी कई बीमारियों और सामान्य स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी है. अलसी कैसे खाएं, एक दिन में कितना अलसी खाना चाहिए, किन बीमारियों में अलसी का सेवन लाभदायक है. अलसी के बीज बालों, स्किन, नाख़ून और आँखों के लिए किस प्रकार लाभकारी हैं-
अलसी के बीज के औषधीय गुण
अलसी के बीज वजन घटाने के लिए- अलसी के बीज से मोटापा कम होता है. अलसी में डाइटरी फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है. इस वजह से अलसी खाने पर जल्दी भूख नहीं लगती.
अलसी का फाइबर पेट के लिए लाभदायक बैक्टीरिया को बढ़ावा देता है जिससे उपापचय की दर तेज होती है, इससे ज्यादा कैलोरी बर्न होती है. यह फाइबर मल का निकास भी आसान करता है, जिससे कब्ज नहीं होता.
अलसी में अन्य प्राकृतिक स्रोतों की तुलना में 800 गुना अधिक लिग्नंस होते हैं. लिग्नंस एंटी-ओक्सिडेंट की तरह काम करते हैं और शरीर में हानिकारक फ्री ऑक्सीजन रेडिकल्स को खत्म करते हैं. ये फ्री रेडिकल्स मेटाबोलिक रेट धीमा करके वजन बढ़ाते है और शरीर फूल जाता है. अलसी के बीज फ्री रेडिकल्स नष्ट करके मोटापे से मुक्ति दिलाते हैं.
अलसी में पाए जाने वाले पोषक तत्व- अलसी के बीज में प्रोटीन, आयरन, जिंक, पोटैशियम, फोस्फोरस, विटामिन बी काम्प्लेक्स, कैल्सियम, विटामिन C, विटामिन E, मैगनिशियम, मैगनीस, कॉपर, जिंक, सेलेनियम, फाइबर, कैरोटीन तत्व पाए जाते हैं.
ओमेगा-3 हमारे शरीर को स्वस्थ रखने में सहायक होते हैं. ये सबसे अधिक मात्रा में समुद्री मछलियों से प्राप्त होता है लेकिन शाकाहारी लोग अलसी का सेवन करके इसके लाभ प्राप्त कर सकते हैं.
अलसी के बीज ओमेगा 3 का बहुत अच्छा स्रोत माने जाते हैं. अलसी ओमेगा 3 कैप्सूल्स का अच्छा विकल्प है. डाईटिशियन और डाक्टर भी इसे खाने की सलाह देते है.
अलसी बालों के लिए- जैसा कि आप जानते हैं अलसी ओमेगा-3 का बढ़िया स्रोत है. ये बालों की अच्छी बढ़त के लिए जरुरी है.
अलसी का सेवन बालों की जड़ों से लेकर सिरों तक को पोषण देता है. इससे बाल लम्बे और मजबूत होते हैं इसलिए कम टूटते-झड़ते हैं. नए निकलने वाले बाल भी स्वस्थ और सुंदर होते हैं.
स्किन के लिए अलसी के फायदे- अलसी के बीज खाने से शरीर को मिलने वाले ओमेगा 3 के फायदे स्किन के लिए भी लाजवाब हैं. यह बढती उम्र के असर जैसे झुर्रियों, महीन रेखाओं को दूर करता है. यह त्वचा के कील-मुहांसों को दूर करके स्किन को नयी चमक देता है, त्वचा का कसाव बनाये रखता है.
अलसी हाथ-पैर के नाखून को मजबूत और चिकना बनाता है. अलसी धूप की वजह से होने वाले स्किन डैमेज से सुरक्षा प्रदान करता है और स्किन कैंसर से बचाव करता है. जाड़ों में अलसी का तेल स्किन पर लगाने से त्वचा रूखी नहीं होती और नर्म, मुलायम बनी रहती है.
अलसी का तेल स्किन की खुजली, लालपन, सूजन, दाग-धब्बे दूर करके एक बढ़िया मॉइस्चराइज़र का काम करता है. यह स्किन समस्या के उपचार में भी कारगर माना गया है. अलसी के बीज खाने से घाव भी जल्दी भरता है.
कद्दू के बीज के फायदे

कद्दू के बीज के फायदे
हालांकि बहुत कम लोगों को ही कद्दू की सब्जी पसंद होती है लेकिन आपको जानकर आश्चर्य होगा कि कद्दू में कुछ ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो दूसरी किसी सब्जी में नहीं मिलते. वैसे, एक ओर जहां कद्दू बेहद फायदेमंद सब्जी है वहीं इसके बीजों में भी पोषक तत्वों का खजाना भरा हुआ है. कद्दू के बीज स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं. आप चाहें तो इन्हें अपनी डाइट का हिस्सा बनाकर इसके फायदे ले सकते हैं: आपको जानकर हैरानी होगी कि कद्दू के छोटे-छोटे बीज उच्च रक्तचाप जैसी समस्याओं का इलाज करने के काम आ सकते हैं। आइए जानते हैं विभिन्न बीमारियों के लिए कद्दू के बीज के फायदे।
कद्दू के औषधीय गुण
स्वस्थ ह्रदय के लिए- कद्दू के बीजों से भरा एक-चौथाई कप हमारे दिनभर की मैग्नीशियम की आवश्यकता को पूरा करता है. यह दिल को स्वस्थ और सक्रिय रखने के लिए बहुत फायदेमंद है. यह ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने और आघात से सुरक्षित रखने में मददगार होता है.
इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाने में- कद्दू की बीजों में पर्याप्त मात्रा में जिंक पाया जाता है. यह इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाने में कारगर होता है और वायरल, सर्दी-खांसी-जुकाम जैसे संक्रमणों से सुरक्षित रखता है. इसके अलावा डिप्रेशन दूर करने में भी मददगार होता है.
प्रोस्टेट ग्रंथि ठीक रखने में- सालों से कद्दू के बीजों को पुरुषों के लिए बेहतर माना जाता रहा है. इसमें मौजूद जिंक की मात्रा प्रोस्टेट ग्रंथि के लिए बहुत जरूरी अवयव है.
मधुमेह का खतरा कम करने में- शोधकर्ताओं के अनुसार, कद्दू के बीज इंसुलिन की मात्रा को संतुलित करने का काम करते हैं. ऐसे में ये मधुमेह के रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद है.
नींद के लिए भी बेहतर- सोने से पहले कद्दू के कुछ बीज लेना बहुत अच्छा रहता है. आप चाहें तो किसी फल के साथ इसे ले सकते हैं. कद्दू के बीजों का सेवन करने से तनाव कम होता है और नींद अच्छी आती है.
खरबूजे के बीज के फायदे

खरबूजे के बीज के फायदे
खरबूजे में 95 फीसदी पानी के साथ-साथ विटामिन्स और मिनरल्स मौजूद होते हैं। यहीं कारण हैं कि गर्मियों के दिनों में हम इसे काफी पसंद करते हैं। इसमें मौजूद पानी से शरीर को ठंडक और शरीर की जलन दूर होती है। जब खरबूजा हमारे स्वास्थ्य के लिए इतना फायदेमंद है तो सोचिए खरबूजे के बीज हमारे स्वास्थ्य के लिए कितना फायदेमंद होगा। जी हाँ, आज हम बात करेंगे खरबूजे के बीज के फायदों के बारे में। खरबूजे के बीज में भरपूर मात्रा में प्रोटीन, विटामिन्स और मिनरल्स मौजूद होते हैं, जो हमारी सेहत के लिए बहुत लाभकारी होते हैं। खरबूजे के बीज को सुखाकर भी खाया जाता है। खरबूजे के बीज पाचन शक्ति, डायबिटीज, दिल की सेहत, वजन को कम करने आदि में मददगार होते हैं। आइये जानते हैं खरबूजे के बीज के फायदे के बारे में।
खरबूजे के बीज के औषधीय गुण
विटामिन से भरपूर- गर्मियों में पाएं जाने वाले अन्य फलों की तुलना में खरबूजे में अधिक मात्रा में विटामिन ए, सी और ई मौजूद होते हैं। यह विटामिन खरबूजे के साथ-साथ इसके बीजों में भी उच्च मात्रा में पाएं जाते हैं।
वजन को कम करें- यदि आप अपने अधिक वजन से परेशान है और अपना वजन कम करना चाहते है। तब ऐसे में खरबूजा आपके लिए एक आदर्श जरिया हो सकता है। खरबूजे के बीज में कम मात्रा मे सोडियम पाया जाता है। इसके साथ ही यह फैट और कोलेस्ट्रोल से भी मुक्त होता है। खरबूजे के बीज में काफी कम मात्रा में कैलोरी पाई जाती है।
आँखों के लिए फायदेमंद- खरबूजे के बीज में विटामिन की उच्च मात्रा होती है जो हमारी आँखों को स्वस्थ रखने में मददगार होती है। इसलिए खरबूजे का सेवन करने से हमारी आँखे स्वस्थ रहती है।
प्रोटीन से भरपूर- खरबूजे के बीज में 3.6 प्रतिशत प्रोटीन की मात्रा मौजूद होती है। इतनी मात्रा प्रोटीन की सोया में भी पाई जाती है। यहीं कारण है कि हमें गर्मियों के दिनों में खरबूजे के बीज का सेवन करना चाहिए। यह आपके शरीर में प्रोटीन की मात्रा को पूरा करते हैं।
पाचन के लिए- खरबूजे के बीज पाचन के लिए बहुत कारगार होते हैं। यदि आपको कब्ज जैसी समस्या है तब आपको खरबूजे के बीज का सेवन करना चाहिए। इससे आपकी कब्ज की समस्या दूर हो जाती है। इसमें मौजूद मिनरल्स एसिडिटी को खत्म कर देते हैं। जिससे आपकी पाचन शक्ति भी बेहतर तरीके के साथ कम करती है।
डायबीटीज में फायदा देता है- खरबूजे के बीज के फायदे यह भी हैं, यदि आप डायबिटीज की समस्या से झुलस रहे हैं तब आपको खरबूजे के बीज सुखाकर खाना शुरू कर देने चाहिए। खरबूजे के बीज डायबिटीज में बहुत फायदा पहुंचाते हैं। यदि आप खरबूजे के बीज का सेवन नियमित रूप से करेंगे, तो आप इस बीमारी को काफी हद तक रोक सकते हैं।
तिल के बीज के फायदे

तिल के बीज के फायदे
छोटा सा दिखने वाले तिल का बीज आपके स्वास्थ्य के लिए किसी रामबाण से कम नहीं है। तिल के गुणों के कारण ही मध्य काल में इसकी तुलना सोना (गोल्ड) से होती थी। तिल के बीज में बीमारी दूर करने और बीमारी को रोकने की अदभूत क्षमता है। इसमें तांबा, मैगनीज, कैल्शियम और मैग्नीशियम विशेष रूप से पाया जाता है। इसके अलावा कई विटामिन्स, खनिज और अन्य पोषक तत्व इसमें पाए जाते हैं। बीपी को कम करने के साथ ही मधुमेह रोगियों के लिए भी तिल काफी फायदेमंद है। तिल का उपयोग आप कई तरीकों से कर सकते है। आईए जानते है कि तिल के फायदे, बीज और तिल के तेल के फायदे के बारे में।
तिल के औषधीय गुण
प्रोटीन से भरपूर- प्रोटीन मानव शरीर के विकास के लिए महत्वपूर्ण तत्व है। प्रोटीन की कमी होने पर कई रोग हम पर वार कर सकता है। ऐसे में तिल के बीज उच्च गुणवत्ता वाले प्रोटीन से भरपूर होते है। इसके इस्तेमाल से शरीर में प्रोटीन की कमी को पूरा किया जा सकता है।
मधुमेह को रोकने में- तिल के बीज में मैग्नीशियम और अन्य पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में पाए जाते है। तिल का तेल मधुमेह को रोकने में कारगार साबित हो सकता है। इसके साथ ही तिल का तेल हाइपरसेंसिटिव मधुमेह रोगों में प्लाजमा ग्लूकोज को सुधार करने में मदद करता है।
कोलेस्ट्रॉल कम करें- तिल कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करने में मदद करता है। तिल में पाए जाने वाले तत्व फाइटोस्टोरोल्स कोलेस्ट्रॉल के प्रोडक्शन को रोकता है। आपको बता दें कि काले तिल के बीज विशेष रूप से फाइटोस्टोरोल में उच्च हैं।
झुरियां को हटाए- तिल का तेल हानिकारक पराबैंगनी किरणों से आपकी त्वचा की रक्षा करता है। इसके साथ ही त्वचा पर झुरियों को रोकता है। इतना ही नहीं त्वचा से पिंगमेंटेशन लॉस को भी रोकता है।
बीपी को कम करने में- ब्लड प्रेशर का बढ़ना हो या फिर ब्लड प्रेशर का घटना दोनों ही मरीज के लिए घातक है। शोधकर्ता द्वारा किए गए एक अध्ययन से पता चलता है कि तिल का तेल मधुमेह में रक्तचाप को कम करता है। तिल के बीज में पाए जाने वाले मैग्नीशियम बीपी को कम करने में मदद करता है।
डायजेशन में करता है मदद- फाइबर की मौजूदगी के कारण तिल पेट के लिए फायदेमंद होता है। ये फाइबर खाने को पचाने में सहायक साबित होता है आप अच्छे पाचन के लिए तिल का सेवन कर सकते है।
एनीमिया को दूर भगाएं- शरीर में खून की कमी के कारण कमजोरी, सिर में दर्द, चक्कर आने जैसे समस्या बनी रहती है। लेकिन काले तिल के उपयोग से हम शरीर में एनीमिया को दूर कर सकते है। काले तिल के बीच में आयरन भरपूर मात्रा में पाया जाता है। अत्यधिक कमजोर व एनीमिया से पीड़ित व्यक्ति इसके उपयोग से जल्दी स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर सकते है।
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