बुखार के जबरदस्त घरेलू उपाय

 

बुखार के जबरदस्त घरेलू उपाय

बुखार के जबरदस्त घरेलू उपाय


बुखार एक आम बीमारी हैं जो की प्रत्येक मानव को होती रहती हैं. शरीर में बाहरी संक्रमण का प्रवेश कर जाना, मौसम का अचानक बदलना आदि बुखार के कारण बनते हैं. बुखार और कुछ नहीं बल्कि शरीर की एक प्रक्रिया हैं, जब हमारे शरीर में कोई बाहरी संक्रमण प्रवेश कर जाता हैं तो शरीर उस संक्रमण से अपनी रक्षा करने के लिए प्रतिरोध करता हैं. इस प्रतिरोध में शरीर का तापमान काफी बढ़ जाता हैं और इसी को हम बुखार आना कहते हैं.

बुखार आने के लक्षण

जोड़ों व हाथ पैरों में दर्द होना, जी मिचलाना (घबराना), गले में कफ बनना खराश होना, ठण्ड लगना, शरीर में आलस्य व सुस्ती आना, शारीरिक कमजोरी आना, जरा सा काम करने पर थकान महसूस होना, कई रोगियों को बुखार में सिर का दर्द भी होता हैं, चिड़चिड़ापन आता हैं, एक जगह बैठने का मन करता हैं आदि यह सभी बुखार के सामान्य संकेत होते हैं.

बुखार आने के कारण

ज्यादातर बुखार मौसम के परिवर्तन के कारण आता हैं इसका कारण होता हैं कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता. जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होगी उन्हें आसानी से बुखार नहीं आता फिर चाहे मौसम कैसा ही हो और जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती हैं उन्हें मौसम में जरा से परिवर्तन होने पर ही सर्दी जुकाम हो जाता हैं तो बार-बार बुखार आना इसी वजह से होता हैं. ऐसे बुखार के घरेलु इलाज के लिए नुस्खे – रोजाना सुबह खाली पेट -3-4 तुलसी के पत्ते खाये रोजाना इस उपाय को करने से जीवन भर बुखार नहीं आएगा.

बुखार के आयुर्वेदिक उपाय

लौंग सबसे आसान उपाय- यह लौंग का उपाय सबसे आसान हैं, अगर आपको सामान्य बुखार हैं तो आप इसे जरूर आजमाए. एक लौंग अच्छे से बारीक़-बारीक़ पीसकर हलके गर्म पानी के साथ लेने से बुखार जल्द ही ठीक हो जाता हैं. इस प्रयोग को आप दिन में तीन से चार बार करे, हर बार एक-एक लौंग लें. इसका प्रयोग करने के बाद खुली हवा में न जाए व आराम करे.


ठन्डे पानी की पट्टी रखे- यदि बुखार बढ़ गया हो तो एक कपड़े को पानी में भिगो के मरीज़ के सर पर छाती पर और पैरो पर रखना चाहिए। आधे-आधे घंटे के अंतर में कपड़े को भिगोकर निचोड़ के रखते रहिये तो टेम्परेचर नियंत्रण में रहेगा।


लहसुन के तेल से मालिश करे- लहसुन को तेल में मिलाकर गर्म करे और इस तेल से मरीज़ के पैरो के तलवे पर मालिश करे। अगर जुखाम है तो छाती पर, गले पर, हाथो पर और मस्तिष्क पर भी मालिश करे।


ठंडा पानी न पिए- दिनभर हल्का गुनगुना पानी मरीज़ को पिलाये। दादी माँ के नुस्खे बुखार के लिए कहते है अगर पानी में निम्बू या मोसम्बी का रस, अदरक का रस, तुलसी और पुदीने का रस, काला नमक और शहद डाले तो और फायदा होगा।


शहद- एक गिलास हल्के गुनगुने पानी में एक चम्मच शहद मिलाकर रोज सुबह लें। आप इसमें आधा चम्मच नींबू का रस भी मिला सकते हैं। शहद में एंटीबैक्टीरियल, एंटीइंफ्लेमेटरी व एंटीऑक्सीडेंट जैसे गुण पाए जाते हैं, जो बुखार का इलाज करने के लिए कारगर माने जाते हैं। ज्वर के दौरान आप शहद का सेवन बताए गए तरीके से कर सकते हैं।


अदरक- बुखार के लिए अदरक का इस्तेमाल एक प्राकृतिक औषधि के रूप में किया जा सकता है। इसके एंटीवायरल और जीवाणुरोधी तत्व शरीर में संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। बुखार की दवा के रूप में आप अदरक का सेवन कर सकते हैं।


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