जूस के फायदे

 

अनार के जूस के फायदे

अनार के जूस के फायदे


अनार कई पौष्टिक गुणों से भरपूर बेहतरीन फल है। इसमें बढ़ती उम्र के लक्षणों को कम करने के साथ-साथ कील-मुंहासों तक को ठीक करने की क्षमता है। निश्चित मात्रा में इसका रस पीने से चेहरे पर निखार आता है। साथ ही इसके प्रयोग से बालों को भी कई प्रकार से लाभ होता है। अनार का जूस पीने के फायदे सेहत के लिए लाभदायक होते हैं। यह लाल रंग का शानदार फल बहुत से लाभों के लिए जाना जाता है। अपने अद्भुद औषधीय गुणों के कारण अनार को बहुत अधिक पसंद किया जाता है। अनार के रस में 100 से भी अधिक फाइटोकेमिकल्‍स होते हैं।

यह एक ऐसा फल है जो अक्सर सामान्य बीमारियों के उपचार के दौरान खाया जाता है। ऐसा इसलिए है, क्योकि इसमें बहुत से पोषक तत्व और खनिज पदार्थ होते हैं। अनार ऐलगिक गसिड का एक बड़ा स्रोत है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन A, विटामिन C और विटामिन E की उच्च मात्रा होती है। इसमें मौजूद खनिज पदार्थ कैल्शियम, फॉस्फोरस, पोटेशियम, आयरन, फोलिक एसिड, नियासिन, थियामिन, फोलेट्स और राइबोफ्लाविन आदि मौजूद रहते हैं। इन सभी पोषक तत्वों की मौजूदगी के कारण ही अनार का जूस हमारे लिए फायदेमंद माना जाता है।

अनार के जूस के औषधीय फायदे

सुधारे दिल की सेहत: अनार का रस दिल की सेहत के लिए काफी अच्छा माना जाता है। यह धमनियों में रूकावट के जोखिम को कम करता है। जिससे हृदय या मस्तिष्क तक रक्त का प्रवाह बेहतर तरीके से होता है। इसके अतिरिक्त यह खराब कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को भी कम करता है, तथा अच्छे कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को बढ़ाता है।

बनाए रखे ब्लड शुगर लेवल: अनार के रस के सेवन का एक लाभ यह भी है कि यह रक्त में शर्करा के स्तर को नहीं बढ़ाता, जबकि अन्य फलों के रस का सेवन करने से ऐसा होता है। इसलिए मधुमेह से पीड़ित व्यक्ति भी इसका सेवन बेफिक्र होकर कर सकते हैं।

कम करे रक्तचाप: जिन लोगों को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या रहती है, उन्हें अनार के रस का सेवन करना चाहिए। दरअसल, यह एक प्राकृतिक एस्पिरिन है, जो रक्त के जमाव और रक्त का थक्का बनने से रोकता है। साथ ही यह रक्त को पतला करके उसके प्रवाह को बेहतर बनाता है, जिससे व्यक्ति को ब्लड प्रेशर की समस्या नहीं होती।

दस्त में लाभदायक: अनार के रस का इस्तेमाल दस्त के उपचार के रूप में भी किया जा सकता है। दरअसल, यह एंजाइम्स के स्राव में अहम भूमिका निभाता है, और पाचन प्रक्रिया को सही करता है। अगर किसी व्यक्ति को अपच की शिकायत हो तो उसे एक टीस्पून शहद का सेवन एक गिलास अनार के रस में मिलाकर करना चाहिए।

बढ़ाए इम्युनिटी: अनार के रस में एंटी−बैक्टीरिल और एंटी−माइक्रोबियल गुण होते हैं, जो वायरस व बैक्टीरिया से लड़ने में मददगार होते हैं। साथ ही प्रतिरक्षा प्रणाली को भी मजबूत बनाते हैं।

सूरज की तेज रोशनी से बचाव: अनार, सूरज की नुकसानदायक यूवी किरणों से त्वचा को सुरक्षित रखने का काम करता है। अनार के छिलकों में सन-ब्लॉकिंग एजेंट्स होते हैं, जोकि नेचुरल तरीके से त्वचा को सुरक्षित रखता है।

एंटी-एजिंग गुण: अनार में उच्च मात्रा में विटामिन A, E और C होता है। ये विटामिन बढ़ती उम्र के लक्षणों को जल्दी आने से रोकते हैं। ये त्वचा की महीन रेखाओं और झुर्रियों को जल्दी आने से रोकता है।

नई कोशिकाओं के निर्माण में: अनार, त्वचा की ऊपरी परत को सुर‍क्षित करने का काम करता है। साथ ही ये कोशिकाओं के निर्माण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जिससे चेहरे पर निखार आता है।

मॉइश्चर करने के लिए: अनार त्वचा को हाइड्रेटेड रखने का काम करता है। अनार की बीजों से निकले तेल का इस्तेमाल त्वचा को कोमल और मुलायम बनाए रखता है।

कील-मुंहासों की समस्या में: अनार विटामिन सी का एक बहुत अच्छा माध्यम है। अनार का जूस पीने से पाचन क्रिया अच्छी होती है। साथ ही इसका एंटी-ऑक्सीडेंट गुण कील-मुंहासों की समस्या को दूर रखने में फायदेमंद है।

क्लीनर के तौर पर: अनार के छिलके को पीसकर, उससे चेहरे पर मसाज करने से डेड स्किन साफ हो जाती है। साथ ही ब्लैकहेड्स की समस्या भी दूर हो जाती है। आप चाहें तो इसे ब्राउन शुगर और हनी के साथ मिलाकर भी लगा सकते हैं। 

सेब के जूस के फायदे

सेब के जूस के फायदे


सेब में बहुत से जरुरी पोषण पाए जाते हैं जो हमारे शरीर के लिये अति आवश्यक हैं। कई लोगों को सेब की बजाए उसका जूस पीना ज्यादा पसंद होता है। एक गिलास सेब का जूस पीने से शरीर में विटामिन, मिनरल्स और एंटी-ऑक्सीडेंट्स की कमी पूरी होती है। इसमें बिल्‍कुल भी कोलेस्ट्रॉल नहीं होता जिस कारण यह सबसे उपयुक्त फल माना जाता है। आप को रोजाना ब्रेकफास्ट में एक गिलास सेब का रस जरुर पीना चाहिये।

सेब एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर सेहत के लिए एक लाभकारी फल होता है। सेब के स्वास्थ्यवर्धक गुणों के कारण ही माना जाता है की रोजाना एक सेब खाने से व्यक्ति के बीमार होने का खतरा काफी कम हो जाता है। रोजाना सेब नहीं खाना चाहते तो नाश्ते में सेब के जूस का सेवन कर सकते हैं। सेब का जूस भी शरीर के लिए बेहद लाभकारी होता है इसका सेवन करने से शरीर पूरी तरह स्वस्थ रहता है।

सेब के जूस के औषधीय गुण

हृदय को स्वस्थ बनाएं: सेब के अंदर एंटीऑक्सीडेंट्स, पॉलीफिनॉल और फ्लेवोनॉयड्स होते हैं। जो दिल के लिये अच्छे माने जाते हैं। इसके अलावा इसमें पोटैशियम भी होता है जो कि हृदय के लिये काफी फायदेमंद मिनरल है। अस्थमा से बचाए सेब में फ्लेवोनॉयड होता है जो कि अस्थमा से बचाव करता है। यह फेफड़ों को मजबूत बनाता है और उसे सही रूप से काम करने में मदद करता है।

लीवर साफ करे: सेब में क्षारीय तत्व होता है जो कि लीवर से विनाशकारी विषाक्त पदार्थों को निकालता है। सेब के छिलके में पैक्टिन होता है जो कि पाचन क्रिया को दुरुस्त करता है। कोलेस्ट्रॉल कम करे शरीर में अधिक खराब कोलेस्ट्रॉल होने की वजह से हृदय की तमाम बीमारियां होती हैं। सेब के रस को पी कर आप कोलेस्ट्रॉल की बीमारियों से दूर हो सकते हैं।

हड्डियों को मजबूत बनाए: सेब के रस में विटामिन सी, आयरन, बोरोन आदि होते हैं जो कि एक साथ मिल कर हड्डी मजबूत बनाते हैं।

प्रतिरक्षा प्रणाली को मजूबत बनाए: सेब के रस में ढेर सारा विटामिन सी होता है जो कि प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है। साथ ही शरीर को बैक्टीरिया और कीटाणुओं से लड़ने में मदद करता है।

कब्ज से भी बचाए: सेब में सोरबिटॉल होता है जो कि कब्ज से राहत दिलाता है।

आंखों की रौशनी बढ़ाए: सेब के रस में विटामिन ए होता है जो कि आंखों की रौशनी बढाने में मददगार है। इसके अलावा यह आंखों के अन्य रोगों से भी छुटकारा दिलाता है।

इसके सौंदर्य लाभ: इसका रस बालों और त्वचा के लिये काफी फायदेमंद है। इसका रस खुजली, सूजन, फटी त्वचा और झुर्रियों के इलाज में प्रयोग किया जाता है। बालों में रूसी दूर करने के लिये उस पर सेब का रस लगाएं, और फिर घंटो के बाद बाल धोएं।

मौसमी के जूस के फायदे

मौसमी के जूस के फायदे


मौसमी ऐसा फल है, जो हमें गर्मी के मौसम में सड़क के किनारे लगे ठेलों में आसानी से मिल सकता है। मौसमी खट्टे और मीठे स्वाद का अच्छा मिश्रण होता है। इसे मीठे नींबू के नाम से भी जाना जाता है। यह आपकी थकान को दूर करने और गर्मी से पसीने को कम करने के लिए प्रभावी होता है। मौसमी हमारे शरीर को कई सारी बिमारियों के होने से बचता है। इसमें मौजूद विटामिन C न सिर्फ रोग प्रतिरोधक छमता को बढ़ता है, बल्कि वजन को घटाने में भी सहायक होता है। यह स्किन की सुंदरता के लिए काफी लाभकारी होता है। चेहरे पर हो रहे मुहासे या दाग-धब्बो को दूर करने में भी सहायक होता है।

मौसमी में विटामिन C और पोटेशियम अच्छी मात्रा में होते है। मौसमी का जूस स्वादिस्ट और शीतलता दिलाने के लिए जाना जाता है। मौसमी के फायदे और बहुत सारे स्वास्थ्य लाभ होते है जो हमें इसके उपयोग के लिए आकर्षित करते है। मौसमी का नियमित सेवन हमारे लिए अल्सर, वजन घटाने, त्वचा रोग, गठिया आदि घातक रोगों के प्रभाव को कम कर सकता है। इस प्रकार मौसमी जूस के फायदे बहुत अधिक होते है। मौसमी का जूस पौष्टिक होने के कारण हमारे लिए लाभकारी है। यदि प्रतिदिन मौसमी के जूस का सेवन किया जाए तो यह हमारी रोग विरोधी क्षमता (इम्युनिटी) को बढ़ाकर बहुत सी बीमारियों से लड़ने में हमारी मदद कर सकता है।

मौसमी के जूस के औषधीय गुण

पाचन को बेहतर बनाये: मौसमी के रस की मिठास के कारण, लार ग्रंथियों से लार निकलती है जो तेज़ी से पाचन होने में सहायक बनती हैं। मौसमी के रस में मौजूद फ्लैवेनॉइड्स पाचन क्रिया को सुधारते हैं और अपच और मतली आने जैसी समस्याओं से भी छुटकारा दिलाते है। इसमें मौजूद एसिड, आंत से विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है जिससे कब्ज की समस्या में भी राहत मिलती है।

दिल को सुरक्षित रखें: मौसमी का जूस पीने से दिल की कार्यप्रणाली में सुधार आता है और ब्लड सर्कुलेशन सही तरीके से होने लगता है। इसके अलावा इम्युनिटी बढ़ाने में भी मौसमी के जूस का योगदान होता है।

पेप्टिक अल्सर में राहत दिलाये: पेप्टिक अल्सर ऐसे घाव होते हैं जो पेट, ग्रासनली या ऊपरी आंत के अंदर की परत पर हो जाते हैं, जिससे पेट में दर्द की शिकायत भी रहती है। ऐसे में मौसमी का रस पीने से काफी राहत मिलती है।

वजन कम करें: अगर आप वजन कम करना चाहते हैं तो मौसमी के जूस में शहद मिलाकर पीएं। मौसमी में कैलोरी और वसा की मात्रा कम होने के कारण, इसका जूस वजन कम करने में सहायक होता है।

कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करे: मौसमी का जूस पीने से कोलेस्ट्रॉल लेवल कंट्रोल रहता है, और हाई ब्लड प्रेशर को कम करने में भी मदद मिलती है।

सर्दी से छुटकारा दिलाये: आये दिन होने वाली जुकाम और सर्दी का कारण कमजोर इम्युनिटी होती है। ऐसे में मौसमी का जूस पीने से इम्युनिटी बढ़ती है और भरपूर विटामिन C होने के कारण सामान्य सर्दी-जुकाम से राहत मिल जाती है।

आँखों को सुरक्षित रखें: मौसमी के जूस में एंटीऑक्सिडेंट्स और जीवाणुरोधी गुण पाए जाते हैं जो आँखों को इन्फेक्शन से बचाते हैं और मांसपेशियों को नुकसान पहुँचने से भी बचाव करते हैं। इसके अलावा कंजंक्टिवाइटिस जैसे इन्फेक्शन के इलाज में भी मदद करते हैं।

स्कर्वी रोग में फायदेमंद: विटामिन C की कमी से स्कर्वी रोग हो जाता है। जिसमें मसूड़ों में सूजन आने लगती है। लेकिन मौसमी का जूस पीने से विटामिन C की कमी पूरी हो जाती है, और स्कर्वी के इलाज में मदद मिलती है।

त्वचा में निखार लाये: मौसमी के जूस में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स, एंटीबायोटिक और कीटाणुनाशक गुण त्वचा को फिर से नयी और चमकदार बना देते हैं। इससे त्वचा का रंग साफ होता है और चेहरे के दाग-धब्बों के इलाज में भी ये काफी मदद करता है।

बालों में चमक और मजबूती लाये: मौसमी के जूस में मिनरल्स, विटामिन-सी और ताम्बा मौजूद होता है इसलिए हेयर केयर प्रोडक्ट्स में मौसमी का जूस काम में लिया जाता है। इसमें मौजूद ताम्बा बालों को रंग देने में सहायक होता है और बालों में चमक भी आती है।

अनानास के जूस के फायदे

अनानास के जूस के फायदे


अनानास ऐसा फल है, जो खाने में जितना स्वादिष्ट होता है, उसके फायदे भी उतने ही होते हैं। आप अनानास का जूस पिएं या उसे खाएं, यह हर तरह से शरीर को फायदा पहुंचाता है। इस फल में पौष्टिक तत्वों की भरमार है। खाने में रसीला और सेहत से भरपूर अनानास अपने आप में गुणों का खजाना है।अनानास में मौजूद विटामिन A और C, फाइबर, पोटेशियम, फास्फोरस और कैल्शियम हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है। अनानास का जूस गर्मी से राहत देने के साथ ही कई गंभीर बीमारियों से भी हमें बचाता है। इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन सी त्वचा में निखार लाने में मदद करता है। अनानास के फायदे मुंहासे को दूर करने, पैरो के दरारों को भरने, सूजन को कम करने आदि में मदद करते है।

अनानास के जूस के औषधीय गुण

ह्रदय का स्वास्थ्य: अनानास के सेवन से आपके हृदय का स्वास्थ्य बना रहता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को संतुलित रखने में मदद करते हैं, जिससे कई तरह की दिल संबंधी समस्याएं दूर रहती हैं।

सर्दी-जुकाम: जब कभी म्यूकस मैंबरेन में किसी तरह की सूजन आ जाती है, तो नाक जमने लगती है। अनानास में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो इस समस्या से राहत दिलाने में मदद करते हैं। अगर आपको भी कुछ ऐसी समस्या है, तो नियमित रूप से अनानास के सेवन से आपको राहत मिल सकती है।

वजन कम करे: अनानास वजन घटाने में भी मदद करता है। यह आपका पेट ज्यादा देर तक भरा रखता है, जिससे आपको कुछ और खाने की इच्छा नहीं होती। साथ ही यह आपको पूरा पोषण भी देता है। इस कारण यह आपका वजन कम करने में मदद करता है।

रोग-प्रतिरोधक क्षमता: यह फल रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करता है। इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन-सी होता है, जो रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर जुकाम के साथ-साथ अन्य बीमारियों को भी दूर करने में मदद करता है।

पाचन: अनानास आपके पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने में भी मदद करता है। इसमें मौजूद ब्रोमेलिन, विटमिन-सी और फाइबर आपके पाचन शक्ति को मजबूत बनाते हैं ।

रक्तचाप: अगर आप उच्च रक्तचाप की समस्या से परेशान हैं, तो अनानास का सेवन फायदेमंद रहता है। इसमें मौजूद पोटैशियम की उच्च मात्रा और सोडियम की कम मात्रा रक्तचाप स्तर को सामान्य रखने में मदद करती है।

मजबूत हड्डियां: अगर आप चाहते हैं कि आपकी हड्डियां लंबे समय तक मजबूत रहें, तो अपने खानपान में अनानास जरूर शामिल करें। इसमें मैंगनीज होता है, जो हड्डियों को मजबूत करने में मदद करता है।

जी-मिचलाना: अगर आपको जी-मिचलाने की समस्या अक्सर होती रहती है, तो अनानास का सेवन राहत दिला सकता है। इसमें मौजूद ब्रोमेलिन जी-मिचलाने में फायदा पहुंचाता है।

सूजन, गठिया और गले में खराश से बचाव: अनानास में ब्रोमेलिन होता है, जो साइनसाइटिस को रोकने में मदद करता है। इसके अलावा, इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण गले में खराश, गठिया और सूजन को ठीक करने में भी प्रभावी है।

मुंह का स्वास्थ्य: अनानास आपके मुंह के स्वास्थ्य को भी बनाए रखने में मदद करता है। इसमें विटामिन C होता है, जो दांतों में होने वाली प्लाक की समस्या को रोकने में मदद करता है। इसके अलावा, अनानास से कई तरह की मसूड़ों की समस्या भी दूर हो सकती हैं। अनानास में ब्रोमेलिन होता है, जो दांतों की चमक और सफेदी बरकरार रखने में मदद करता है।

नाखूनों को स्वस्थ्य रखने के लिए: नाखून में विटामिन की कमी के कारण वो कमजोर और सूख जाते है और विटामिन B की कमी आपके नाखूनों में दरारें ड़ाल देती है जिसकी वजह से नाखून बेजान होकर टूट जाते है। इसलिए अनानास का सेवन करने से नाखूनों की भी जरुरतें पूरी होती है जिससे आपके नाखून स्वस्थ और खूबसूरत रहते हैं।

गन्ने के जूस के फायदे

गन्ने के जूस के फायदे


गन्ने की खेती इससे प्राप्त मीठे रस के लिए की जाती है। गन्ने से ही चीनी व गुड़ जैसे उत्पादों का निर्माण किया जाता है। इन सबके अलावा, गन्ने का रस गर्मियों का सबसे खास पेय है। यह निर्जलीकरण से बचाने का काम करता है, और शरीर को थकान से मुक्त कर तरोताजा करता है। भारत में व्यापक रूप से गन्ने के रस का इस्तेमाल पीलिया, बदहजमी रोगों के उपचार में किया जाता है। आंतरिक स्वास्थ्य के अलावा, इसका प्रयोग त्वचा के लिए भी किया जाता है।

गन्ने का रस केवल आपको कड़ी गर्मी से ही नहीं बचाता है, बल्कि कई बीमारियों से भी दूर रखता है। इसे पीने से आपको भरपूर ऊर्जा मिलती है। ये आपको डीहाइड्रेशन से भी बचाता है। इसमें भरपूर मात्रा में कैल्शियम, पोटैशियम, आयरन, मैग्नेशियम और फॉस्फोरस जैसे आवश्यक पोषक तत्व पाए जाते हैं। इनसे हड्डि‍यां मजबूत बनती हैं और दांतों की समस्या भी कम होती है। यह जूस ना सिर्फ शरीर से गर्मी को दूर करता है, बल्कि इस मौसम होने वाली कई परेशानियों में भी राहत देता है । इसीलिए इस जूस का सेवन रोजाना करें, लेकिन चिलचिलाती धूप में आने के बाद थोड़ी देर रुककर इसे पिएं । बिना बर्फ के यह जूस ज्यादा फायदेमंद होता है, क्योंकि बर्फ वाला गन्ने का रस कई लोगों के लिए सर्दी खांसी की वजह बन सकता है।

गन्ने के जूस के औषधीय गुण

ह्रदय रोगों से बचाव: यह रस दिल की बीमारियों जैसे दिल के दौरे के लिए भी बचावकारी है। गन्ने का रस से शरीर में कॉलेस्ट्रोल और ट्राईग्लिसराइड का स्तर गिरता है। इस तरह धमनि‍यों में फैट नहीं जमता और दिल व शरीर के अंगों के बीच खूब का बहाव अच्छा रहता है।

थकान करे कम: गन्ने में अच्छी मात्रा में काइब्रोहाइड्रेट्स, प्रोटीन, आयरन, पोटेशियम और एनर्जी ड्रिंक में मिलने वाली सभी जरूरी न्यूट्रिएंट्स होते हैं। इसी वजह से एक ग्लास गन्ने का रस आपने शरीर को एनर्जी से भर थकान खत्म कर देता है।

एसिडिटी से दिलाए राहत: जो लोग पेट में बार-बार होने वाली एसिडिटी से परेशान हों, वो इसका सेवन करें। साथ ही यह पेट में जलन में भी राहत देता है।

इम्यून सिस्टम करे बूस्ट: जल्दी बीमार पड़ना, हर वक्त थकान रहना, जरा-सी मेहनत करने से सांस फूलना और शरीर में दर्द रहने जैसी अगर दिक्कतें हो तो गन्ने का रस जरूर पिएं। यह सारे लक्षण कमजोर इम्यून सिस्टम के हैं, जिसे गन्ने का रस बूस्ट कर सकता है।

वजन कम करता है: वजन घटाने के प्राकृतिक नुस्खे के रूप में आप गन्ने के रस का सेवन शुरू कर सकते हैं। गन्ना फाइबर से युक्त होता है, जो शरीर से अतिरिक्त चर्बी को हटाने का काम कर सकता है। फाइबर शरीर में फैट को नियंत्रित करने में अहम भूमिका निभाता है।

पाचन स्वास्थ्य: अगर आप पाचन समस्या से पीड़ित हैं, तो आपको जल्द गन्ने के रस का सेवन शुरू कर देना चाहिए। गन्ना पोटैशियम से समृद्ध होता है, जो पेट को संतुलित रखने में मदद करता है और पाचन क्रिया को सरल बनाता है।

बुखार करे ठीक: बच्चे हो या बड़े, बुखार से गर्म शरीर का तापमान कम करने में गन्ने का रस बड़ा फायदेमंद है, खासकर बच्चों को। यह रस शरीर में प्रोटीन की हानि को कम करता है, जिससे बुखार में आराम मिलता है।

पीलिया में दे राहत: सदियों से पीलिया से पीड़ित मरीजों को गन्ने का रस दिया जाता है। क्योंकि इसका जूस पीलिया के कारण लिवर को प्रभावित करने वाला बिलीरुबिन नामक तत्व (लिवर में पाए जाने वाला भूरे-पीले रंग का द्रव्य, जो लाल रक्त कोशिकाओं के टूटने पर बनता है) को कम करता है, जिससे लिवर धीरे-धीरे मजबूत बनता है।

पपीते के जूस के फायदे

पपीते के जूस के फायदे


पपीता हमारे स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभदायक होता है। पपीते में अनेक प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं। पपीते को फलों के “एंजेल्स” के नाम से भी जानते हैं। गर्मी के मौसम में पपीते का जूस पीना सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। पपीते का जूस अनेक प्रकार के पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसे पीने से अनेक रोगों से छुटकारा मिलता है। पपीते का जूस के फायदे स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी और प्रभावी होते हैं। औषधीय गुणों के कारण पपीता का जूस हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देने, प्रतिरक्षा को बढ़ाने आदि के लिए जाना जाता है। स्वास्थ्य वर्धक फल के रूप में पपीता को जाना जाता है। पपीता ऊर्जा प्राप्त करने का सबसे अच्छा स्रोत माना जाता है। पपीता की तासीर गर्म होती है जिसके कारण इसका उपयोग कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता है।

पपीते के जूस के औषधीय गुण

प्रतिरक्षा प्रणाली को सुदृढ़ करना: पपीते के जूस में विटामिन A व विटामिन C की प्रचुर मात्रा पायी जाती है। ये दोनों ही विटामिन्स प्रतिरक्षा प्रणाली को मज़बूत बनाते हैं। इस कारण व्यक्ति का वायरल, बैक्टीरियल व फंगल संक्रमण से बचाव होता है।

कब्ज की समस्या से छुटकारा: पपीते के रस में फ़ाइबर की पर्याप्त मात्रा उपस्थित होती है। ये फ़ाइबर क़ब्ज़ की समस्या से छुटकारा दिलाने में सहायक होता है।

पाचन संबंधी समस्याओं से छुटकारा: पपीते के जूस में उपस्थित पापेन नामक एन्जाइम पेट में हो रही गैस या अपच की समस्या से राहत देता है। यह पेट में हो रही ऐसिडिटी के स्तर को भी कम करता है।

खून की कमी में लाभदायक: पपीते का रस की औषधि से कम नहीं है। अगर आपकी ब्लड प्लेटलेट्स कम हो रही हैं तो इसे पीने से ब्लड प्लेटलेट्स बढ़ जाती हैं। बस रोजाना इस जूस को दो चम्मच लगभग तीन महीने तक पिएं।

श्वसन संबंधी समस्याओं का इलाज: पपीते का जूस श्वसनांगो में होने वाली सूजन को कम करता है। यह गले में ख़राश या दर्द से भी छुटकारा दिलाता है। इसके अतिरिक्त पपीते का जूस मुँह में होने वाले घावों का भी इलाज करता है।

इंफेक्शन से बचाए: शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाने के साथ ही पपीते के पत्तों का जूस शरीर में बैक्‍टीरिया की ग्रोथ रोकने में भी सहायक है। यह खून में वाइट ब्लड सेल्स और प्लेटलेट्स को बढ़ाने में भी मदद करता है।

डेंगू की रामबाण दवा: डेंगू और मलेरिया से लड़ने में पपीते की पत्तियों का जूस काफी लाभकारी रहता है। यह बुखार की वजह से गिरती प्लेटलेट्स को बढ़ाने और शरीर में कमजोरी को बढ़ने से रोकता है।

टॉन्सिल का इलाज: पपीते के जूस में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट तत्व गले में हो रहे टॉन्सिल का इलाज का करते हैं। कच्चे पपीते का रस शहद के साथ मिलाकर पीने से टॉन्सिल से राहत मिलती है।

आँतों की समस्या से निजात: पपीते का जूस आँतों की समस्याएं जैसे अल्सर, ऐंठन व घाव से निजात दिलाता है। यह आँतों में पाए जाने वाले हानिकारक कीड़ों को आँतों से बाहर निकालने में सहायक होता है।

रक्तचाप को नियंत्रित करना: पपीते के जूस में मौजूद फ़ाइबर और विटामिन्स रक्त में मौजूद वसा के कणों को ऊर्जा में परिवर्तित कर देते हैं। यह रक्त की सांद्रता को कम कर देते हैं, जिससे कि रक्त धमनियों में जमने नहीं पाता है। इस तरह रक्त का प्रवाह सीधा व सरल बना रहता है। ऐसा होने पर हृदय संबंधी समस्याओं की संभावनाएं कम हो जाती हैं।

त्वचा की समस्याओं से निजात: यदि आपके चेहरे पर दाने या मुंहासों की समस्या हो रही है तो पपीते का इस्तेमाल करने से इससे छुटकारा पाया जा सकता है। पपीते को पीसकर एक पेस्ट बना लें और उसे चेहरे पर लगाएं। यह त्वचा के रोम छिद्रों को खोल देता है जिससे कि त्वचा में मौजूद गंदगी बाहर निकल जाती है।

अंगूर के जूस के फायदे

अंगूर के जूस के फायदे


अंगूर एक ऐसा फल है जिसे आप साबुत खा सकते हैं। इनसे न तो छिलका उतारने का झंझट और न ही बीज का निकालने का। वैसे स्वास्थ्य के लिहाज से इसके कई फायदे हैं। आमतौर पर अंगूर दो तरह के होते हैं, हल्के हरे रंग के और काले रंग के। लेकिन आकार के आधार पर भी आप इन्हें विभाजित कर सकते हैं। अंगूर को एक विशेष प्रक्रिया के तहत सुखाकर किशमिश का रूप भी दिया जाता है। अंगूर में पर्याप्त मात्रा में कैलोरी, फाइबर और विटामिन C, E पाया जाता है।

अंगूर खाना लगभग सभी को पसंद होता है, क्योंकि इसमें न छिलका उतारने की टेंशन न बीज फेंकने का झंझट। इसी कारण से लोग गर्मियों में अंगूर का सेवन सबसे ज्यादा मात्रा में करते हैं। इसके अलावा अंगूर खाने से शरीर को ठंडक पहुंचती है, साथ ही ये प्यास बुझाने में भी कारगर है। शरीर को हेल्दी रखने के साथ ही अंगूर कब्ज, अपचन, थकान, गुर्दे की बीमारियों और आंखों में होने वाले मोतियाबिंद जैसे रोगों से भी बचाता है। अंगूर में विटामिन A, C, B6, फोलेट के अलावा कई प्रकार के मिनरल्स जैसे पोटैशियम, कैल्शियम, आयरन, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम और सेलेनियम भी पाए जाते हैं।

अंगूर के जूस के औषधीय गुण

खांसी के लिए फायदेमंद है: अगर बच्चे या बूढ़ों को खांसी आने की समस्या है, तो आप अंगूर का जूस पी कर इससे छुटकारा पा सकते हैं और अगर आप अंगूर को सुखाकर किशमिश बना ले और दिन में चार पांच बार 3 से 4 किशमिश खा ले तो आपकी खांसी में राहत मिल सकती है।

हड्डियों को बनाता है मजबूत: अगर आपको जोड़ों के दर्द या हड्डियों का कोई दर्द है, तो अंगूर का जूस पीकर इस समस्या को दूर कर सकते हैं। अंगूर का जूस में आयरन कॉपर और मैग्नीशियम प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। इनका सेवन हड्डियों को मजबूती देने में मदद करता है।

पाचन शक्ति को बढ़ाता है: अगर आपको कोई पेट की समस्या है, जैसे गैस बनना, पेट में जलन हो तो आप अंगूर का जूस को पीकर पेट की समस्या को दूर कर सकते हैं। इससे आपके पेट की गर्मी भी दूर हो जाती है और आपकी पाचन शक्ति बढ़ जाती है।

मधुमेह रोग में लाभकारी: अगर आपको मधुमेह है, या डायबिटीज है, तो अंगूर का जूस आपकी मदद कर सकता है। अगर आपको ब्लड शुगर की समस्या है, तो आप अंगूर का जूस का सेवन दवा के तौर पर कर सकते हैं।

देखने की क्षमता में सुधार: अगर आप अंगूर का जूस का सेवन रेगुलर करते हैं, तो यह आपके देखने की क्षमता को ज्यादा बढ़ाता है। जिन व्यक्तियों को निकट दृष्टि दोष या दूर दृष्टि दोष है, उनके लिए भी यह बहुत ज्यादा फायदेमंद होती है।

बालों का झड़ना कम करता है: जब आपके बाल झड़ने लगते हैं, तो इससे यह पता चलता है, कि आपके तनाव की अवस्था और इससे छुटकारा पाने के लिए अंगूर का जूस का सेवन कर सकते हैं। अंगूर का जूस में मौजूद लिनोलिक एसिड हमारे बालों को मजबूत बनाने में सहायक होता है और बालों को स्वस्थ बनाने में भी सहायक होता है, जिससे आपके बाल झड़ने की समस्या दूर हो जाती है।

सिर दर्द में फायदेमंद: यह सिर दर्द को कम करने में भी मदद करता है, अगर इसका सेवन रेगुलर उठ कर खाली पेट किया जाए तो सिर दर्द होने से बच सकते हैं।

त्वचा की समस्या दूर करे: अगर आपको त्वचा की कोई समस्या है, तो आप अंगूर का जूस पी कर उस समस्या का सामना कर सकते हैं, अगर आपको त्वचा की समस्या जैसे त्वचा पर कील मुंहासे होना दाग धब्बे होना इन जैसी समस्या को दूर कर सकते हैं। अगर आप अंगूर के जूस का सेवन रेगुलर करते है, तो आपको त्वचा की कोई समस्या नहीं होती क्योंकि इसमें विटामिन अच्छी मात्रा में पाया जाता है, जो आपकी त्वचा को सुंदर बनाने में मदद करता है, और चमकदार बनाने में मदद करता है।

आम के जूस के फायदे

आम के जूस के फायदे


अपने मीठे स्वाद के कारण आम को फलों का राजा माना जाता है। लाजवाब स्वाद के अलावा आम स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है। आम का सेवन साधारण तरीके से और जूस बनाकर या फिर शेक के रूप में भी कर सकते हैं। आम के जूस में भरपूर मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट होते हैं जो शरीर को स्वस्थ रखते हैं और त्वचा को निखारते भी है। ये एक सर्वसुलभ फल है। अपने विशेष स्वाद, देश में इसकी भरपूर पैदावार और किफायती होने की वजह से इसे फलों का राजा कहा जाता है। इन सारी वजहों के साथ ही आम के औषधीय गुण और हेल्थ बेनेफिट भी इस फलों का राजा बनाते है। गर्मी का मौसम आते ही हमें आम की उपयोगिता महसूस होने लगती है। आम बहुत ही स्वादिष्ट फल होने के साथ हमारे स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होता है। स्वादिस्ट और रसदार आम सभी की पसंद होता है। आम का इस्तेमाल केवल फल के तौर पर नहीं बल्कि सब्जी, चटनी, पना, जूस, कैंडी, अचार, खटाई, शेक, अमावट (आम पापड़) और बहुत सी खाने-पीने की चीजों का स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है।

आम के जूस के औषधीय गुण

रक्तचाप को नियंत्रित करना: आम के जूस में पोटैशियम नामक पोषक तत्व पाया जाता है। यह हृदय एवं मांसपेशियों को सुचारु रूप से कार्य करने में सहायता प्रदान करता है। इसके अतिरिक्त पोटैशियम शरीर में उपस्थित तरल पदार्थों का संतुलन बनाए रखता है जिससे कि रक्तचाप नियंत्रित रहता है। पोटैशियम हमारी कार्डीयोवास्कुलर सिस्टम पर पड़ने वाले तनाव और दबाव को कम कर देता है, जिससे कि दिल का दौरा और हृदयाघात जैसी समस्याओं से छुटकारा मिलता है।

पाचन क्रिया को सुदृढ़ बनाना: आम का जूस पेट संबंधित समस्याओं को समाप्त करने में सहायता करता है। आम के रस में फ़ाइबर पाया जाता है जो क़ब्ज़ जैसी बीमारी से राहत देता है। फ़ाइबर एक लक्सिटो की तरह कार्य करता है, जो मल को नर्म करके स्थानांतरित कर देता है। यह आंतों की दीवारों को चिकना कर देता है, जिससे की क़ब्ज़ और ऐंठन से राहत मिलती है।

कोलेस्ट्रोल को नियंत्रित करना: आम का जूस कोलेस्ट्रोल मुक्त होता है। यह शुगर के स्तर को नियंत्रित करता है, जिससे कि रक्त में वसा की मात्रा संतुलित रहती है। रक्त में वसा की संतुलित मात्रा होने से कोलेस्ट्रोल नियंत्रित रहता है। जब शरीर में कोलेस्ट्रोल का स्तर बढ़ जाता है, तो धमनियाँ अवरुद्ध हो जाती हैं। इस कारण हृदयघात या हार्ट स्ट्रोक की सम्भावना बढ़ जाती है, किंतु आम के जूस के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।

एनिमिया से राहत: जब हमारे शरीर में आयरन की कमी हो जाती है, तो हमें एनीमिया नामक बीमारी हो जाती है। एनीमिया की स्थिति में हमारे शरीर में रक्त की कमी हो जाती है। कभी कभी एनीमिया जानलेवा भी हो सकता है। आम के जूस में आयरन की प्रचुर मात्रा पायी जाती है। यदि हम निश्चित मात्रा में आम का जूस पिए तो हम शरीर में आयरन के स्तर को संतुलित कर सकते हैं।

एसिडिटी के निवारण में: जब पेट में अम्ल का स्तर बढ़ जाता है, तो एसिडिटी की समस्या हो जाती है। ऐसे में यदि आम के जूस का सेवन किया जाए तो एसिडिटी का इलाज हो सकता है। आम का जूस पेट में अम्ल के स्तर को चमत्कारिक रूप से घटा कर क्षारीय माध्यम का निर्माण कर देता है। इस कारण एसिडिटी से निजात मिल जाती है।

आँखों के लिए: आम के जूस में पोषक तत्वों की एक प्रचुर मात्रा पायी जाती है, जिनमें से विटामिन A व कैरोटीनायड प्रमुख हैं। आम के जूस के सेवन से हमें इस समस्या से राहत मिल सकती है। आम के जूस में पाए जाने वाली विटामिन A व कैरोटीनायड एक एंटीऑक्सीडेंट की भाँति कार्य करती है, तथा रेटिना के ओक़्सीडेटिव तनाव को कम करती है। इससे हमारी आँखे मोतियाबिंद जैसे ख़तरों से बची रहती हैं।

प्रतिरक्षा तंत्र के लिए: आम के रस में विटामिन सी की प्रचुर मात्रा पायी जाती है। विटामिन C प्रतिरक्षा तंत्र को सुदृढ़ बनाने में एक अहम भूमिका निभाता है। एक गिलास आम का जूस हमारे शरीर में 60-80% विटामिन सी की पूर्ति करता है। विटामिन C श्वेत रक्त कणिकाओं के उत्पादन में सहायता करता है, जिससे कि प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत बनता है। इस कारण हमारा शरीर किसी भी रोग के ज़र्म्स से लड़ने में सक्षम हो जाता है।

मधुमेह से छुटकारा पाने हेतु: शरीर में पायी जाने वाली शुगर का पाचन करना अत्यंत जटिल होता है। आम के जूस में पायी जाने वाली शुगर हमारे शरीर में मौजूद शुगर को पचाने में मदद कर सकती है। इसके अतिरिक्त आम के जूस में पाए जाने वाले अनेक पोषक तत्व पाचन क्रिया को सुदृढ़ बनाते हैं, जिससे शर्करा का पाचन सही रूप से हो जाता है। इस कारण रक्त में शुगर की अधिक मात्रा नहीं स्रावित होती है और हम मधुमेह से बच जाते हैं।

आंवले के जूस के फायदे

आंवले के जूस के फायदे


आंवला एक बेहतरीन औषधि है यह सेहत व स्वास्थ्य के लिए लाभदायक फलों में से एक माना जाता है | आंवले का इस्तेमाल अनेक रूपों में किया जाता है कई लोग इसका अचार बनाकर खाना पसंद करते हैं, तो कई लोग इसका मुरब्बा खाना पसंद करते हैं | कई लोग इसे कच्चा खाते हैं तो कई लोग इसका रस निकाल कर पीते हैं |

आंवले का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है। एक आंवले में दो संतरे के बराबर विटामिन C पाया जाता है, जो कई बीमारियों से लड़ने में मददगार होता है। आंवला के फल या जूस का आप सेवन करते हैं, तो आपको विटामिन C के अलावा जिंक, आयरन, कैरोटीन, फाइबर, विटामिन B कॉम्प्लेक्स, कैल्शियम, एंटीऑक्सीडेंट्स आदि मिलते हैं। आंवला के नियमित सेवन से आप कई तरह की बीमारियों से बच सकते हैं। आंवले के सेवन से शरीर की अनेक बीमारियों का नाश होता है | अगर सुबह खाली पेट आंवला खाया जाए या फिर इस के जूस को पिया जाए तो पूरा दिन अच्छा बन जाता है| आंवले के जूस में विटामिन C और आयरन भरपूर मात्रा में पाया जाता है|

आंवले के जूस के औषधीय गुण

कब्ज: आंवला जूस पीने से पाचन शक्ति अच्छी बनी रहती है जिससे कब्ज नहीं होती और पेट खुलकर साफ होता है|

सर्दी- जुखाम: आंवले में विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो कि शरीर की इम्युनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाए रखता है इसलिए इस जूस को पीने से आप सर्दी जुखाम से दूर रह सकते हैं |

कोलेस्ट्रॉल कम करें: आंवले का जूस पीने से कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहता है अगर कोई व्यक्ति हाई कोलेस्ट्रॉल का मरीज है, तो सिर्फ एक गिलास जूस उसके लिए वरदान साबित हो सकता है | इसे हर रोज पीने से शरीर के खराब कोलेस्ट्रोल की मात्रा कम होने लगती है | और शरीर में अच्छे कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ने लगती है |

खून को साफ करता है: अगर प्रतिदिन आंवले का सेवन किया जाए तो शरीर का गंदा खून साफ होता है| अगर आंवले के रस में थोड़ा सा शहद मिलाकर इसका सेवन किया जाए तो खून साफ करने में यह और भी बेहतर रिजल्ट देता है |

गैस दूर करें: अक्सर तीखा, चटपटा खाने से पेट में गैस बन जाती है| आंवले में एंटीआक्सीडेंट एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं , जिसके कारण आंवला पेट में गैस नहीं बनने देता |

मुंह के छालों का इलाज: अगर आंवला रस से कुल्ला करते हैं तो मुंह के छालों से राहत मिलती है |

डायबिटीज में फायदेमंद: आंवले में गैलिक एसिड,गेलौटेनिन, एलेजिक एसिड और कोरिलेंगिन होते हैं, जो ब्लड ग्लूकोस लेवल को कम करने में मदद करते हैं, इसलिए सुबह खाली पेट आंवले का रस जरूर पीना चाहिए |

दिल के लिए फायदेमंद: आंवला दिल को स्वस्थ रखने का काम करता है, इसमें एमिनो एसिड और एंटी आक्सीडेंट पाए जाते हैं जो हृदय को स्वस्थ रखने में मदद करता है |

आंखों के लिए फायदेमंद: आंवले का जूस सेवन करने से आंखों से संबंधित समस्या दूर हो जाती है इससे आंखों की रोशनी भी बढ़ती है |

अस्थमा में फायदेमंद: आंवले के सेवन से अस्थमा और ब्रोंकाइटिस जैसी फेफड़ों की बीमारी में फायदा मिलता है |

मुंहासे दूर करता है: आंवला जूस के सेवन से चेहरे के मुहासे और पिंपल से निजात मिलती है यदि चेहरे पर दाग धब्बे हैं तो कॉटन की सहायता से आंवला रस चेहरे पर लगाएं इससे चेहरे के दाग धब्बे गायब होने लगते हैं चेहरा निखरने लगता है और चेहरा सुंदर व दाग रहित हो जाता है |

बालों के लिए उपयोगी: आंवला रस पीने से बाल लंबे घने चमकदार और काले होते हैं, यह बालों को तेजी से बढ़ने में मदद करता है | इससे बाल मजबूत बनते हैं, और असमय सफेद होते बालों को भी यह जूस काला कर देता है|

त्वचा के लिए फायदेमंद: आंवले के रस में एंटीआक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं , जो बढ़ती उम्र का असर चेहरे पर नहीं पढ़ने देते इसलिए नियमित रूप से आंवला जूस पीते रहने से त्वचा लंबे समय तक जवाँ दिखाई देती है|

लीची के जूस के फायदे

लीची के जूस के फायदे


लीची गर्मियों का एक प्रमुख फल है। स्वाद में मीठा और रसीला होने के साथ ही ये सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद है। लीची में कार्बोहाइड्रेट, विटामिन C, विटामिन A और B कॉम्प्लेक्स भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसके अलावा इसमें पोटैशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस और आयरन जैसे मिनरल्स भी पाए जाते हैं। रोजाना लीची खाने से चेहरे पर निखार आता है, और बढ़ती उम्र के लक्षण कम नजर आते हैं। इसके अलावा ये शारीरिक विकास को भी प्रोत्साहित करने का काम करता है। लीची के जूस के कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं। लीची में पानी की काफी मात्रा होती है। यह विटामिन C, पोटेशियम और नेचुरल शुगर का भी अच्छा सोर्स है। इसका सेवन शरीर में पानी के अनुपात को संतुलित रखता है, जिससे शरीर और पेट को ठंडक मिलती है। पाचन क्रिया सही रखने के साथ ही मस्तिष्क के विकास में भी इसकी बड़ी भूमिका है। इसके पोषक तत्व शरीर को संक्रमण से भी बचाता है।

इसमें मैग्नीज, कॉपर, आयरन, विटामिन-सी, मैग्नीशियम और फोलेट होता है जो शरीर में ब्लड के फ्लो को बेहतर बनाने में मदद करता है। इसके अलावा इसमें पॉलिफेनॉल, एंटीऑक्सीडेंट और एंटीवायरल गुण होते हैं जो शरीर को इंफेक्शन से बचाता है और साथ ही सारे टॉक्सिंस को भी बाहर निकालने में मदद करता है। ये सारे तत्व शरीर को कई घातक बीमारी से बचाता है। लीची के जूस में पानी की मात्रा बहुत होती है जिससे शरीर हाईड्रेटेड रहता है।

लीची के जूस के औषधीय गुण

सेहत का खजाना: लीची को बतौर फल ही नहीं खाया जाता, इसका जूस और शेक भी बहुत पसंद किया जाता है। जैम, जैली, मार्मलेड, सलाद और व्यंजनों की गार्निशिंग के लिए भी लीची का इस्तेमाल किया जाता है। छोटी-सी लीची में कार्बोहाइड्रेट, विटामिन C, विटामिन A और B कॉम्प्लेक्स, पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, आयरन जैसे खनिज लवण पाए जाते हैं, जो इसे काफी फायदेमंद बना देते हैं।

पानी की आपूर्ति करती है: लीची का रस एक पौष्टिक तरल है। यह गर्मी के मौसम से संबंधित समस्याओं को दूर करता है और शरीर को ठंडक पहुंचाता है। लीची हमारे शरीर में संतुलित अनुपात में पानी की आपूर्ति करती है।

वजन कम करने में सहायक: इसमें घुलनशील फाइबर बड़ी मात्रा में होते हैं, जो मोटापा कम करने का अच्छा उपाय है। फाइबर हमारे भोजन को पचाने में सहायक होता है, और अंदरूनी समस्याओं को रोकने में मदद करता है।

पाचन शक्ति मजबूत करती है: फायबर और एंटीऑक्सीडेंट होने के कारण लीची का जूस पेट संबंधी समस्या जैसे- पेट दर्द, सूजन, कब्ज, दस्त और एसिडिटी से राहत दिलाता है। इसके अलावा ये सारे पोषक तत्व पाचन शक्ति को भी मजबूत करने में मदद करता है।

पेट के लिए फायदेमंद: हल्के दस्त, उल्टी, पेट की खराबी, पेट के अल्सर और आंतरिक सूजन से उबरने में लीची का सेवन फायदेमंद है। यह कब्ज या पेट में हानिकारक टॉक्सिन के प्रभाव को कम करती है। गुर्दे की पथरी से होने वाले पेट दर्द से आराम पहुंचाती है।

सर्दी-जुकाम से बचाव: लीची विटामिन C का बहुत अच्छा स्रोत होने के कारण खांसी-जुकाम, बुखार और गले के संक्रमण को फैलने से रोकती है।

ऊर्जा का प्रमुख स्रोत: लीची ऊर्जा का स्रोत है। थकान और कमजोरी महसूस करने वालों के लिए लीची बहुत फायदेमंद है। इसमें मौजूद नियासिन हमारे शरीर में ऊर्जा के लिए आवश्यक स्टेरॉयड हॉर्मोन और हीमोग्लोबिन का निर्माण करता है।

इम्यूनिटी बढ़ाती है: लीची एक अच्छा ऐंटीऑक्सिडेंट भी है। इसमें मौजूद विटामिन सी हमारे शरीर में रक्त कोशिकाओं के निर्माण और लोहे के अवशोषण में भी मदद करता है, जो एक प्रतिरक्षा प्रणाली को बनाए रखने के लिए जरूरी है। रक्त कोशिकाओं के निर्माण और पाचन-प्रक्रिया में सहायक लीची में बीटा कैरोटीन, राइबोफ्लेबिन, नियासिन और फोलेट काफी मात्रा में पाया जाता है।

एलोवेरा के जूस के फायदे

एलोवेरा के जूस के फायदे


एलोवेरा में मौजूद पोषक तत्व सेहत और त्वचा के साथ-साथ बालों के लिए भी लाभदायक है। एलोवेरा में विटामिन, फोलिक एसिड, आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम और अन्य कई पोषक तत्व मौजूद हैं। एलोवेरा पेट के लिए, त्वचा के लिए, डायबिटीज जैसी बीमारियों के लिए, रूखी त्वचा, सनबर्न के लिए व बालों के लिए फायदेमंद है।

एलोवेरा का जूस, बहुत फायदेमंद होता है। इसमें कई प्रकार के प्रोटीन और विटामिन होते है जो शरीर को स्वस्थ्य बनाते है। इसके जूस का स्वाद थोड़ा कड़वा होता है, लेकिन एलोवेरा पीने से 200 तरह की बीमारियों को टाला जा सकता है, और ये सभी रोग पेट सें संबंधित होते है। एलोवेरा का जूस न्यूट्रीशन का खजाना है। एलोवेरा जूस में एंटीऑक्सीडेंट भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो शरीर की अधिकांश बीमारियों को ठीक कर देते है। इसे पीने से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता और प्रतिरक्षा क्षमता दोनों का ही विकास होता है। इसे पीने से शरीर में कम होने पोषक तत्वों की भी पूर्ति हो जाती है।

एलोवेरा के जूस के औषधीय गुण

इम्यूनिटी बढ़ाये: एलोवेरा जूस पीने से शरीर की इम्यूनिटी बढ़ती है, और एनर्जी का लेवल काफी बढ़ जाता है। अगर रोज़ाना सुबह खाली पेट 3-4 चम्मच एलोवेरा जूस पिया जाए तो दिन भर एनर्जी बनी रहती है।

पाचन को बेहतर बनाये: एलोवेरा जूस में पाचक तत्वों की प्रचुरता पायी जाती है, और इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पेट से जुड़े रोगों को दूर कर देते हैं, और अगर इसका सेवन रोजाना किया जाए तो कब्ज की समस्या से भी छुटकारा मिल सकता है।

बॉडी को डिटॉक्स करे: शरीर में जमा होने वाले विषैले तत्वों का समय रहते बाहर निकलना ज़रूरी होता है, वरना शरीर पर इसका बुरा प्रभाव पड़ता है। ऐसे में एलोवेरा जूस पीकर बॉडी को डिटॉक्स किया जा सकता है। क्योंकि एलोवेरा इन विषैले तत्वों को बाहर निकालने में मदद करता है और ऐसा होने के बाद बॉडी सिस्टम दुरुस्त हो जाता है, जिसका निखार चेहरे पर भी साफ दिखाई देता है।

वजन कम करने में मददगार: अगर आप चाहते हैं, कि आपका वजन भी कम हो जाये और आपको कमजोरी भी महसूस ना करनी पड़े तो आप एलोवेरा जूस पीजिये। क्योंकि इसे पीने से आपकी बार-बार खाने की आदत कम होने लगेगी, डाइजेशन सही रहने लगेगा और बिना कमजोरी आये वजन कम होना शुरू हो जाएगा।

कोलेस्ट्रॉल के लिए एलोवेरा: एलोवेरा के सेवन से कोलेस्ट्रॉल की परेशानी काफ़ी हद तक कम होती है। एलोवेरा महत्वपूर्ण अंगों में कोलेस्ट्रॉल को कम कर सकता है। इसलिए अगर आप लगातार एलोवेरा का सेवन कर रहे हैं, तो आपको कोलेस्ट्रॉल से थोड़ी-बहुत राहत मिल सकती है।

सूजन और दर्द में राहत दिलाये: रोज एलोवेरा का जूस पीने से शरीर में रहने वाली सूजन और गठिया के दर्द में काफी राहत मिल सकती है, और अल्सरेटिव कोलाइटिस का सफल उपचार भी एलोवेरा जूस से संभव है।

ब्लड प्रेशर को सामान्य रखे: इस जूस के नियमित सेवन से ब्लड प्रेशर सामान्य बना रहता है, और दिल से जुड़ी बीमारियों को दूर करने में भी एलोवेरा जूस काफी सहायक है।

बालों और त्वचा के लिए वरदान: चमकती त्वचा और स्वस्थ बाल चाहते हैं, तो एलोवेरा जूस पीना शुरू कर दीजिये, क्योंकि एलोवेरा जूस पीने से रूखी और बेजान त्वचा जवां और खूबसूरत बन जाती है, और बाल भी लम्बे, घने और चमकदार बन जाते हैं।

सूजन या जलन के लिए एलोवेरा: सूजन या जलन का एक सामान्य कारण होता है, ऑक्सीडेटिव क्षति। यह शरीर में मुक्त कणों के वजह से होता है, जो कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं। यह तो सामान्य है, कि एलोवेरा में एंटी-ऑक्सीडेंट होता है। यही एंटी-ऑक्सीडेंट सूजन को काम करने में मदद करता है। आप एलोवेरा का जूस पी सकते हैं, इससे आपकी सूजन कम होगी।

दांतों को मजबूत बनाए: एलोवेरा जूस आपके दांतों को भी मजबूत बना सकता है। इसमें मौजूद एंटी-माइक्रोवाइल गुण दांतों को साफ और बैक्टीरिया से मुक्त रखने में मदद करते हैं। एलोवेरा जूस को मुँह में भरकर रखने से छाले होने की समस्या और मुँह से बहने वाले खून को भी रोका जा सकता है। इसके अलावा इस जूस का इस्तेमाल माउथ फ्रेशनर के तौर पर भी किया जा सकता है।

चकुंदर के जूस के फायदे

चकुंदर के जूस के फायदे


चुकंदर जड़ वाली सब्जी है जो स्वाद में मीठी होती है। ज्यादातर भारतीय घरों में चुकंदर का सिर्फ सलाद के तौर पर ही में किया जाता है। एक शोध के अनुसार चुकंदर का रस पीना भी स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक होता हैं। ये गुणों की खान होता हैं। चुकंदर की तासीर ठंडी होती है, लाल रंग का चुकंदर आयरन का सबसे अच्छा स्रोत भी माना जाता है। चुकंदर का प्रयोग हम सलाद और जूस के रूप में करते हैं। लाल रंग का होने के कारण इसे कुछ लोग खूनी फल भी कहते हैं। सर्दियों में लोग चुकंदर के जूस को गाजर या संतरे के जूस के साथ मिलाकर पीते हैं।

चुकंदर का रस आपकी सेहत के साथ आपके बालों और स्किन को किस तरह फायदा पहुँचाता है, आइये आपको बताते हैं। सर्दियों में गाजर के साथ-साथ चुकंदर भी आसानी से मिल जाता है। चुकंदर से मिलने वाले फायदे इतने ज्यादा होते हैं जिनके कारण इसे एक सुपरफूड कहा जाता है। इसमें विटामिन A, विटामिन C, कैल्शियम और आयरन होता है। चुकंदर कई पोषक तत्वों की खान होता हैं। इसमें सोडियम, पोटेशियम, क्लोरीन, सल्फर, आयोडीन, आयरन, कैल्शियम, विटामिन B1, B2 आदि पाया जाता हैं। इसमें आयरन का रूप फॉलिक एसिड भी पाया जाता है। चुकंदर के फल के साथ-साथ इसके पत्ते और जूस भी उतने ही फायदेमंद होते है। चुकंदर का जूस नियमित रूप से पीने से स्वस्थ शरीर रहता हैं।

चकुंदर के जूस के औषधीय गुण

ब्लड प्रेशर: चुकंदर का जूस पीने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है। रोजाना चुकंदर के जूस का सेवन करने से सिस्टोलिक और डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर नियंत्रण में रहता है।

डायबिटीज: डायबिटीज के रोगियों के लिए चुकंदर बहुत लाभदायक होता है। इसके सेवन से ना केवल मीठा खाने की तलब को शांत किया जा सकता है, बल्कि इसके सेवन से आप चुस्त और दुरुस्त भी होते हैं।

एनीमिया दूर करे: खून में हीमोग्लोबिन की कमी से एनीमिया रोग होता है और चुकंदर हीमोग्लोबिन के उच्च स्तर को बनाये रखने में सक्षम होता है। चुकंदर में पोटैशियम, जिंक, कैल्शियम, आयोडीन, मैग्नीशियम, फास्फोरस, सल्फर, ताम्बा, वसा और विटामिन B1, B2, B6, विटामिन P और नियासिन पाए जाते हैं। जिसके कारण एनीमिया का सामना करना चुकंदर के लिए काफी आसान हो जाता है।

लीवर की सुरक्षा करे: चुकंदर के रस में ग्लूटाथिओन नामक एंटी-ऑक्सीडेंट मौजूद होता है जो लीवर को नुकसान होने से बचाता है। ये रस लीवर के अंदर वसा के संश्लेषण में सुधार लाता है, और लीवर की कोशिकाओं के पुनर्जन्म को भी उत्तेजित करता है। चुकंदर को डिटॉक्स आहार के रूप में इस्तेमाल किया जाता है, क्योंकि ये शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है।

मधुमेह में राहत दिलाये: चुकंदर में अल्फा-लाइपोइक एसिड पाया जाता है, जो एक ऐसा एंटी-ऑक्सीडेंट है, जो ग्लूकोज के स्तर को कम करता है, और इन्सुलिन संवेदनशीलता को बढ़ा देता है। ऐसे में चुकंदर का रस पीने से मधुमेह में काफी राहत मिल सकती है।

त्वचा की सुरक्षा करता है: चुकंदर का रस पीने से आपकी त्वचा हाइड्रेट रहती है, और डेड सेल्स की ऊपरी परत हटने से स्किन चिकनी और कोमल भी बनती है। इसके साथ ही चुकंदर में मौजूद विटामिन-सी त्वचा के टोन को सुधारता है, और स्किन समस्या को दूर करने के साथ पिगमेंटेशन और चेहरे के कालेपन को भी दूर करता है।

बालों का झड़ना रोके: बालों की सेहत के लिए पोटैशियम एक जरुरी पोषक तत्व है जिसकी कमी होने पर बाल झड़ने लगते हैं। लेकिन चुकंदर का जूस पीकर आप अपने बालों की सेहत को बेहतर बना सकते हैं। क्योंकि चुकंदर पोटैशियम का बहुत ही अच्छा स्रोत है।

बढ़ती उम्र के लक्षण रोकें: चुकंदर में एंटी-ऑक्सीडेंट्स गुण प्रचुर मात्रा में मौजूद होते हैं, इसी वजह से इसके इस्तेमाल से एंटी-एजिंग प्रभाव भी मिलते हैं। बढ़ती उम्र के लक्षणों को दूर रखने के लिए हफ्ते में एक बार चेहरे पर 10 मिनट के लिए चुकंदर का रस लगाएं, और फिर धो लें। ऐसा करने से झुर्रियां और फाइन लाइन्स जैसे बढ़ती उम्र के संकेत कम होते चले जाएंगे।

करेले के जूस के फायदे

करेले के जूस के फायदे


करेले में कई औषधीय गुण पाए जाते है, जो स्वस्थ रहने के लिए लाभदायक माने जाते है। हरा करेला पके हुए पीले रंग के करेले की अपेक्षा अधिक लाभदायक है। इसलिए हमेशा हरे रंग के करेले का ही उपयोग करना चाहिए। करेले का सेवन हमें बुखार और संक्रामक रोगों से शरीर की रक्षा करता है। करेले में विटामिन A सर्वाधिक एवं B, C और खनिज-कैल्शियम, फॉस्फोरस, आयरन, कॉपर, पोटेशियम पाया जाता है। करेले के बेहतरीन स्वास्थ्य वर्धक गुणों के अलावा एक और खास बात यह है की इसको सुखाकर रखने पर भी इसके औषधिय गुण नष्ट नहीं होते हैं। करेले में फास्फोरस काफी मात्रा में पाया जाता है, इसीलिए यह दाँत, मस्तिष्क, हड्डी, ब्लड और अन्य शारीरिक अंगो के लिए जरुरी फास्फोरस की पूर्ति करता है।

करेले का जूस दर्द दूर करता है, शरीर में शक्ति पैदा करता है। करेले के जूस को खाली पेट पीना अधिक लाभदायक है। करेला अपने कड़वे स्वाद  के कारण भले ही आपको पसंद ना हो लेकिन मधुमेह में करेला जूस लाभकारी होता है। करेला एक सब्जी न होकर एक प्रकार का कड़वा फल है। लेकिन औषधीय गुण होने के कारण करेले के जूस पीने का फायदा कई बीमारियों को दूर करने में होता है। करेला जूस के लाभ कई गंभीर बीमारियों को दूर करने में सहायक होते हैं। करेले के जूस के फायदे न केवल स्वास्थ्य बल्कि सौंदर्य संबंधी त्वचा समस्याओं के लिए भी होते हैं।

करेले के जूस के औषधीय गुण

कफ से दिलाए छुटकारा: करेला गर्मियों के मौसम की खुश्क तासीर वाली सब्जी है। इसमें फॉस्फोरस पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। एक महीने तक इसके प्रतिदिन सेवन से पुराने से पुराने कफ बनने की शिकायत दूर हो जाती है। खासी के उपचार में भी करेला काफी फायदा करता है।

शुगर लेवल को कम करें: मधुमेह रोगी को चौथाई कप करेले के रस में इतना ही गाजर का रस मिलाकर पिलाना चाहिए। इससे ब्लड शुगर का लेवल धीरे-धीरे कम होने लगता है। सुबह के समय करेला का जूस पीना बहुत ही फायदेमंद साबित होता है।

पथरी रोगियों के लिए: पथरी रोगियों को दो करेले का रस पीने और करेले की सब्जी खाने से आराम मिलता है। इससे पथरी गलकर धीरे-धीरे बाहर निकल जाती है।

इन्सुलिन को करता है ऐक्टिव: करेले का जूस इन्सुलिन को ऐक्टिव करता है जिससे शरीर में बनने वाली शुगर फैट का रूप नहीं ले पाती। इससे चर्बी कम करने और फैट कंट्रोल करने में मदद मिलती है।

करेले में होती हैं कम कैलरीज: करेले में कैलरीज, फैट और कार्बोहाइड्रेट्स की मात्रा कम होती है। 100 ग्राम करेले में सिर्फ 34 कैलरीज होती हैं। ऐसे में आपको करेले के जूस से कैलरी काउंट मेनटेन रखने और फैट कंट्रोल करने में मदद मिलेगी।

भूख बढ़ाने में सहायक: यदि आपको या आपके परिवार में किसी व्यक्ति को भूख कम लगने या नहीं लगने की समस्या है, तो करेले का सेवन उसके लिए फायदेमंद साबित होगा। दरअसल भूख नहीं लगने से शरीर को पूरा पोषण नहीं मिल पाता, जिससे स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियां होती हैं। इसलिए करेले के जूस को रोजाना पीने या करेले की सब्जी खाने से पाचन क्रिया सही रहती है, जिससे भूख बढ़ती है।

त्वचा रोग में भी लाभकारी: करेले की सब्जी खाने और मिक्सी में पीस कर बना लेप रात में सोते समय हाथ-पैर पर लगाने से फोड़े-फुंसी और त्वचा रोग नहीं होते। दाद, खाज, खुजली, सियोरोसिस जैसे त्वचा रोगों में भी करेले के रस में नींबू का रस मिलाकर पीना फायदेमंद है।

मोटापे से छुटकारा: करेले का रस और एक नींबू का रस मिलाकर हर सुबह दो महीने तक सेवन करने से शरीर में पैदा होने वाली टॉकसिंस और अनावश्यक वसा कम हो जाती है, और मोटापा दूर होता है। इससे पाचन क्रिया सही रहती है, तो पेट भी सही रहता है, इस कारण भी शरीर पर वसा नहीं चढ़ती।

डायरिया में फायदेमंद: उल्टी-दस्त या हैजा की समस्या होने पर करेले के रस में थोड़ा पानी और काला नमक मिलाकर सेवन करने से तुरंत लाभ मिलता है। यकृत संबंधी बीमारियों में भी करेला बहुत ही लाभकारी है। जलोदर रोग होने या यकृत बढ़ जाने पर आधा कप पानी में दो चम्मच करेले का रस मिलाकर दिन में तीन से चार बार पीने से लाभ होता है।

नीम के जूस के फायदे

नीम के जूस के फायदे


नीम एक आयुर्वेदिक दवाई है, जिसके कई सारे स्वास्थ्यवर्धक फायदे हैं। नीम, हमारे शरीर, त्वचा और बालों के लिये बहुत फायदेमंद है। इसका कडुआ स्वाद बहुत से लोगो को खराब लगता है, इसलिये वे इसे चाह कर भी नहीं खा पाते। इसी कारण नीम का रस पीना ज्यादा आसान होता है।

नीम का जूस, नीम के पौधे के फल और पत्तियों से निकाला जाता है। नीम के जूस के फायदे इसके आयुर्वेदिक गुणों के कारण और बढ़ जाते हैं। नीम एक आयुर्वेदिक पेड़ है जिसके कई स्वास्थ्य लाभ है। इसका कड़वा स्वाद लोगों के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। इसे आयुर्वेदिक दवा के रूप मे उपयोग किया जाता है। नीम कई स्वास्थ्य और सौंदर्य प्रसाधन की समस्याओं के लिए अविश्वसनीय इलाज प्रदान करता है। यह सदियों पुरानी एक आयुर्वेदिक खोज है। आयुर्वेद अति प्राचीन काल से रोगों के इलाज के लिए नीम का इस्तेमाल करता आया है। नीम का रस पीने के बहुत स्वास्थ्य लाभ है, यही कारण है, की कड़वा होने के बावजूद दुनिया के बहुत से लोग इसका इस्तेमाल दैनिक तौर पर करते है।

नीम के जूस के औषधीय गुण

शरीर की गंदगी साफ करे: नीम जूस पीने से, शरीर की गंदगी निकल जाती है। जिससे बालों की क्वालिटी, त्वचा की कामुकता और डायजेशन अच्छा हो जाता है।

मधुमेह रोगियों के लिये भी फायदेमंद: अगर आप रोजाना नीम जूस पिएंगे तो आपका ब्लड शुगर लेवल बिल्‍कुल कंट्रोल में हो जाएगा।

आंखों की रोशनी बढ़ाए: नीम के रस की दो बूंदे आंखो में डालने से आंखो की रोशनी  बढ़ती है और अगर कन्जंगक्टवाइटिस हो गया है, तो वह भी जल्द ठीक हो जाता है।

पीलिया में फायदा: नीम की पत्तियों के रस और शहद को २:१ के अनुपात में पीने से पीलिया में फायदा होता है, और इसको कान में डालने से कान के विकारों में भी फायदा होता है।

खून साफ करे:  नीम एक रक्त-शोधक औषधि है, यह बुरे कैलेस्ट्रोल को कम या नष्ट करता है। नीम का महीने में 10 दिन तक सेवन करते रहने से हार्ट अटैक की बीमारी दूर हो सकती है।

मलेरिया रोग में फायदेमंद: नीम के रस का फायदा मलेरिया रोग में किया जाता है। नीम वाइरस के विकास को रोकता है, और लीवर की कार्यक्षमता को मजबूत करता है।

मुंहासों से मुक्ति: नीम में एंटी इंफ्लेमेट्री तत्व पाए जाते हैं, नीम का अर्क पिंपल और एक्ने से मुक्ति दिलाने के लिये बहुत अच्छा माना जाता है। इसके अलावा नीम जूस शरीर की रंगत निखारने में भी असरदार है।

चिकन पॉक्स के निशान मिटाए: शरीर पर चिकन पॉक्स के निशान को साफ करने के लिये, नीम के रस से मसाज करें। इसके अलावा त्वचा संबंधी रोग, जैसे एक्जिमा और स्मॉल पॉक्स भी इसके रस पीने से दूर हो जाते हैं।

पायरिया में लाभदायक: मसूड़ों से खून आने और पायरिया होने पर नीम के तने की भीतरी छाल या पत्तों को पानी में औंटकर कुल्ला करने से लाभ होता है। इससे मसूड़े और दाँत मजबूत होते हैं। नीम के फूलों का काढ़ा बनाकर पीने से भी इसमें लाभ होता है। नीम का दातुन नित्य करने से दांतों के अन्दर पाये जाने वाले कीटाणु नष्ट होते हैं। दाँत चमकीला एवं मसूड़े मजबूत व निरोग होते हैं। इससे चित्त प्रसन्न रहता है।

लौकी के जूस के फायदे

लौकी के जूस के फायदे


लौकी महज एक सब्जी नहीं बल्कि कई बीमारियों को दूर भगाने वाली औषधी है। लौकी का जूस बुखार, खाँसी, पेट के रोगों ,हृदय के विकार आदि से सम्बंधित रोगों के लिए लाभदायक साबित होता है। लौकी में पानी की मात्रा सबसे ज्यादा होती है। जिसके कारण ये डिडाईड्रेशन को दूर करने में मददगार साबित होता है। कई बार मौसम में बदलाव के कारण उल्टी, दस्त, बुखार के कारण शरीर में पानी की कमी हो जाती है। ऐसे में आप नारियल पानी और लौकी का जूस मिलाकर पीते रहने पर पानी की कमी दूर हो जाती है। लौकी में महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की मात्रा पाई जाती है जो शरीर को कई खतरनाक बीमारियों से बचाती है। इसमें फाइबर और पानी की मात्रा अधिक होने से लोग गर्मियों के समय में इसका सेवन अधिक करते है। यह शरीर में ठंडाहट देने के साथ स्वास्थ्य एंव सौंदर्य क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है।

लौकी के जूस के औषधीय गुण

पाचन क्रिया सुधारे और कब्ज दूर करे: लौकी में ढेर सारा घुलनशील फाइबर पाया जाता है, जो कि उसमें मौजूद ढेर सारे पानी के साथ मिल कर पाचन क्रिया को आसान बनाता है। इस जूस को नियमित पीने से कब्ज ठीक होता है तथा एसिडिटी में आराम मिलता है।

दिल को बनाता है हेल्दी: लौकी का जूस नियमित पीने से ब्लड प्रेशर रेगुलेट होता है, जिससे हृदय से जुड़ी समस्याएं ठीक होती हैं।

वजन घटाने में मददगार: लौकी के रस में कैलोरी और फैट न के बराबर होता है। ऐसे में अगर आप वजन घटाने की बात सोच रहे हैं, तो आपके लिए लौकी का रस पीना बहुत फायदेमंद रहेगा। इसमें मौजूद फाइबर भूख को भी कंट्रोल करते हैं।

बॉडी हीट कम करता है: अगर आपकी बॉडी में हीट है, जिसके चलते सिर में दर्द या फिर अपच होता है तो लौकी का जूस जरूर पीना चाहिये। लौकी के जूस में अदरक मिला कर पिएं तो ज्यादा फायदा होगा।

हाई ब्लड प्रेशर कम करे: हाई ब्लड प्रेशर एक आम समस्या बन चुकी है। लौकी के जूस में पोटैशियम अधिक पाया जाता है, जो कि ब्लड प्रेशर को कम करने के लिये जाना जाता है।

लीवर में सूजन नहीं होती: जो लोग ज्यादा तला-भुना या अनहेल्दी खाना खाते हैं। उनके लीवर में जल्दी सूजन आ जाती है। ऐसे में अगर आप लौकी और अदरक का जूस पीते हैं, तो इससे आराम मिलता है।

मोटापा घटाए: वे लोग जो वजन घटाना चाहते हैं, उनके लिये लौकी का जूस काफी फायदेमंद होता है। इस जूस को नियमित पीने से भूख कंट्रोल रहती है। इस जूस में ढेर सारे विटामिन, पोटैशियम और आयरन भारी मात्रा में पाया जाता है। आप इसे रोज सुबह खाली पेट पिएंगे तो फायदा होगा।

एनर्जी के लिए: अगर आप सुबह उठकर वर्कआउट करते हैं, तो लौकी का रस पीना आपके लिए बहुत फायदेमंद रहेगा। लौकी के रस में मौजूद नेचुरल शुगर न सिर्फ ग्लाइकोजीन स्तर को बनाए रखने में मददगार है, बल्कि ये कार्बोहाइड्रेट की कमी को भी पूरा करते हैं। ये मांसपेशियों की क्षमता भी बढ़ाता है ।

खून को करे साफ: लौकी ब्लड फ्यूरिफाइयर का काम करता है। लौकी को उबालकर उसमें बिना नमक मिला हर दिन खाने से खून साफ हो जाता है। साथ ही फुंसियां की शिकायत भी कम हो जाएगी। क्योंकि जब खून साफ रहेगा तो फूंसी खुद ही आपसे दूर हो जाएगा। आधा कप लौकी के रस में मिश्री मिलाकर सुबह-शाम पीने से रक्त साफ हो जाता है।

पानी की कमी को दूर करता है: गर्मी के समय में शरीर से अत्याधिक मात्रा में पसीना बह जाने से या फिर लगातार हो रहे दस्त से शरीर में पानी की कमी होने लगती है। इससे शरीर काफी कमजोर हो जाता है। ऐसे समय में लौकी का रस शरीर के लिये अमृत के समान काम करता है। इसके रस में वो सभी तत्व पाये जाते है जो पानी की कमी को दूर कर सकते है।

गाजर के जूस के फायदे

गाजर के जूस के फायदे


गाजर केवल एक स्वादिस्ट खाद्य पदार्थ नहीं है। यह कंद सब्जी की श्रेणी में आता है। औषधीय गुणों से भरपूर होने के कारण आज इस कंद का व्यापक रूप में उत्पादन किया जा रहा है। गाजर की पत्तियां लगभग धनिया या अजवाइन के पत्तों से मिलती जुलती होती हैं। गाजर जमीन के अंदर होने वाला कंद है, जिसका रंग लाल या नारंगी की तरह होता है। गाजर खाने के अनेक फायदे है क्योंकि इसमें विटामिन A, C, K, B8, तांबा, लौह जैसे कई और भी खनिज व विटामिन पाए जाते है। गाजर कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करती है, और यह ब्लड शुगर लेवल को भी ठीक रखती है। गाजर खाने के बहुत फायदे होते हैं। संतुलित आहार तो हर मौसम में जरूरी है। सर्दियों के मौसम के कपड़े, त्वचा की देखभाल के टि‍प्स, ठंड में हेल्थ टि‍प्स तो आपने खूब देखे होंगे। तो यह आपकी त्वचा, आंखों और बालों से जुड़ी समस्याओं को दूर करता है गाजर जूस के फायदे मस्तिष्क स्वास्थ्य को बढ़ावा देने, प्रतिरक्षा शक्ति को बढ़ाने, कोलेस्ट्रॉल को कम करने, आंखों को स्वस्थ्य रखने और त्वचा संबंधी समस्याओं से छुटकारा दिलाने के लिए जाने जाते हैं।

गाजर के जूस के औषधीय गुण

गाजर का जूस पीने से खून साफ होता है और यह BP यानी ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखने में मदद करता है।


रोजाना गाजर का सलाद खाने से या गाज़र का जूस पीने से चेहरे पर चमक आती है। गाजर रक्त की विषाक्ता कम करता है और इसके सेवन से कील-मुहासों से भी छुटकारा मिलता है।


गाजर में विटामिन A अधिक मात्रा में पाया जाता है। इसलिए अगर गाजर का नियमित रूप से सेवन किया जाए तो आंखों की रोशनी बढ़ सकती है।


गाजर का जूस पीने से शरीर में हिमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ जाती हैं, और गाजर में अधिक मात्रा में फाइबर पाया जाता हैं जो शरीर की पाचनशक्ति को बढ़ाता हैं।


गाजर में कैरोटीनायड होता है, जो हृदय रोगियों के लिए अच्छा होता है। यह माना जाता है कि गाजर का प्रतिदिन सेवन कालेस्ट्राल के स्तर को कम करता है।


गाजर के जूस से ब्लड शुगर लेवल को सही रखने में भी मदद मिलती है।


गाज़र के प्रतिदिन सेवन से रक्त में शर्करा का स्तर ठीक रहता है।


गाजर में विटामिन सी भी पाया जाता है। इस वजह से इसका नियमित सेवन गठिया में भी लाभ पहुंचाता है।


त्वचा, बाल या नाखून में रूखापन होने की परेशानी भी गाजर का जूस पीने से ख़त्म होती है।


विटामिन A में भरपूर होने से गाजर के जूस का नियमित सेवन सूरज की किरणों से होने वाले नुकसान से बचाता है।


इसे खाने से मसूड़ों से ब्लड आना बंद हो जाता है, और दांतों की चमक बढ़ती है।


गाजर के रस में मिश्री व काली मिर्च मिलाकर पीने से खाँसी ठीक हो जाती है, तथा कफ कि समस्या में भी आराम मिलता है।


गाजर का जूस शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है, और बार-बार होने वाले सर्दी-जुकाम से शरीर की रक्षा करता है।


विटामिन C में प्रचुर होने की वजह से गाजर का जूस दांत मजबूत करने में मदद करता है, और मसूड़ों से खून आने की समस्या भी दूर होती है।


गाजर का जूस कई पौष्टिक तत्वों से भरपूर होता है, जो पाचनतंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करता है। गाजर के रस में नमक, धनिया पत्ती, जीरा, काली मिर्च, और नींबू का रस डालकर पीने से पाचन सम्बंधित परेशानी दूर होती है।


नींबू के जूस के फायदे

नींबू के जूस के फायदे


नीबू का नियमित सेवन सेहत के लिहाज से बेहद लाभकारी है। विटामिन सी से भरपूर नीबू शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ ही एंटीआक्सीडेंट का काम भी करता है। नींबू एक ऐसा फल है जिसकी केवल खुशबू से खुशबू ही ताजगी का अहसास होने लगता है। नींबू किसी भी रूप में गुणकारी ही होता है, फिर चाहे आप इसे सेहत के लिए उपयोग करें या सुंदरता के लिए। नींबू को विभिन्न विटामिन्स और मिनरल्स का खजाना माना जाता है और रोज सुबह नींबू-पानी पीने से कई तरह के लाभ होते हैं। पानी में नींबू निचोड़ कर पीने से शरीर को विटामिन सी, पोटैशियम और फाइबर मिलता है. ज्यादातर  लोग इसको वजन घटाने के लिए गुनगुने पानी में नींबू और शहद मिलाकर पीते हैं।

नींबू का रस विटामिन C का स्रोत है, जो की हमारे शरीर के लिए बहुत उपयोगी है। विटामिन C युक्त पदार्थ शरीर की त्वचा को मुलायम बनाते है। जिनमे नींबू का रस अत्यधिक फायदेमंद है। नींबू स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद रहता है। नींबू पानी में कई तरह के पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो शरीर को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं । वहीं सुबह खाली पेट नींबू पानी पीना भी शरीर के लिए काफी असरदार रहता है। इससे शरीर का पाचनतंत्र ठीक काम करता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत होती है।

नींबू के जूस के औषधीय गुण

डायबिटीज: नींबू पानी, हाई शुगर वाले जूस व ड्रिंक का बेहतर विकल्प माना जाता है। खासतौर से उनके लिए जो डायबिटीज के मरीज हैं या वजन कम करना चाहते हैं। यह शुगर को गंभीर स्तर तक पहुंचाए बिना शरीर को रिहाइड्रेट व एनर्जाइज करता है।

कब्ज: अगर आपको कब्ज की समस्या है, तो नींबू पानी आपके लिए बेहद फायदेमंद है। प्रतिदिन सुबह गर्म नींबू पानी पिएं और पूरे दिन कब्ज की समस्या से दूर रहें।

इम्यून सिस्टम: नींबू पानी बायोफ्लेवोनॉयड, विटामिन C और फाइटोन्यूट्रियंट्स का बेहतर स्रोत है, जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता की शक्ति बढ़ाने में मदद करता है। इसमें मौजूद आवश्यक विटामिन्स और मिनरल्स के कारण यह शरीर के एनर्जी लेवल को बढ़ाने में मदद करता है।

वजन: हर सुबह शहद के साथ गुनगुना नींबू पानी पीने से अतिरिक्त वजन आसानी से कम किया जा सकता है।

खराब गला: नींबू पानी को गुनगुना करके पीने से गले की खराबी या फैरिन्जाइटिस में आराम पहुंचाता है।

मसूड़ों की समस्या: नींबू पानी पीने से मसूड़ों से संबंधित समस्याओं से राहत मिलती है। नींबू पानी में एक चुटकी नमक मिलाकर पीने से बेहतर परिणाम मिलते हैं।

पाचनक्रिया में फायदेमंद: नींबू पानी में मौजूद नींबू का रस हाइड्रोक्लोरिक एसिड और पित्त सिक्रेशन के प्रोडक्शन में वृद्धि करता है, जो पाचन के लिए आवश्यक है। साथ ही यह एसिडिटी और गठिया के खतरे को भी कम करता है। जो लोग आमतौर पर पाचन-संबंधी समस्याओं से परेशान होते हैं, उन्हें नियमित रूप से नींबू पानी का सेवन करना चाहिए।

पालक के जूस के फायदे

पालक के जूस के फायदे


पालक में शारीरिक विकास के लिए लगभग सभी पोषक तत्व पाए जाते हैं। पालक में विटामिन A, C, E, K और B कॉम्प्लेक्स अच्छी मात्रा में पाया जाता है। इसके अलावा इसमें मैगनीज, कैरोटीन, आयरन, आयोडीन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम, सोडियम, फॉस्फोरस और आवश्यक अमीनो एसिड भी पाए जाते हैं। आमतौर पर लोग पालक को सब्जी बनाकर या फिर पराठे के रूप में खाना पसंद करते हैं, लेकिन अगर आपको पालक का पूरा फायदा चाहिए तो पालक का जूस पीना सबसे ज्यादा अच्छा विकल्प है। पालक के फायदे स्वास्थ्य के लिए अच्छे होते हैं। वास्तव में पालक हमारे शरीर को ऊर्जा दिलाने और मांसपेशियों को मजबूत करने का सबसे बेहतरीन तरीका है। सामान्य रूप से पालक, चुकंदर और परिवार का सदस्य है। पालक में मौजूद पोषक तत्व और खनिज पदार्थ हमारे शरीर को कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं से बचाते हैं। पालक के जूस के फायदे खून की कमी दूर करने, दांतों को स्वस्थ रखने, पाचन की समस्याओं के लिए, त्वचा को स्वस्थ रखने, आंखों की क्षमता को बढ़ाने आदि के लिए होते हैं।

पालक के जूस के औषधीय गुण

हृदय स्वास्थ्य के लिए: पालक के जूस के औषधीय गुण हृदय को स्वस्थ रखने में सहायक होते हैं। जो लोग हृदय समस्याओं से ग्रसित हैं उनके लिए पालक जूस के फायदे बहुत अधिक होते हैं। क्योकि पालक में फोलेट नामक एक सक्रिय घटक होता है। फोलिक एसिड धमनियों की दीवारों की मोटाई को कम करने में सहायक होता है, जिससे वे अधिक लचीली हो जाती हैं। इसलिए पालक का सेवन हृदय रोगी के साथ ही सामान्य स्वास्थ्य वाले व्यक्ति को भी करना चाहिए। क्योकि पालक का जूस भविष्य में होने वाली हृदय समस्याओं की संभावना को कम कर सकता है।

फेफड़ों को स्वस्थ रखे: पालक में पाए जाने वाले पोषक तत्वों में बीटा कैरोटीन भी शामिल है। जिसके कारण पालक के जूस का सेवन करने से अस्थमा जैसी समस्याओं को नियंत्रित किया जा सकता है। बीटा कैरोटीन फेफड़े के ऊतकों को स्वस्थ बनाए रखने और उनकी सूजन को कम करने में सहायक होते हैं। नियमित रूप से पालक के जूस का सेवन कर आप बीटा-कैरोटीन को प्राप्त कर सकते हैं, जिससे क्रोनिक ब्रोंकाइटिस संबंधी समस्याओं का खतरा भी कम हो जाता है। इस तरह से आप श्वसन या फेफड़े संबंधी समस्या के लिए पालक के जूस के फायदे प्राप्त कर सकते हैं।

रक्‍तचाप के लिए: उच्च रक्तचाप को कम करने के लिए भी पालक का जूस लाभदायक होता है। नियमित रूप से पोटेशियम आधारित खाद्य पदार्थों का सेवन करने से शरीर में सोडियम के स्तर को भी नियंत्रित किया जा सकता है। सोडियम की उच्च मात्रा उच्च रक्तचाप का प्रमुख कारण हो सकता है। इसलिए पालक के जूस का सेवन कर आप अपने शरीर में सोडियम की मात्रा को संतुलित कर सकते हैं। जो आपके उच्च रक्तचाप को निम्न स्तर में रखने में सहायक होता है।

पाचन के लिए: पालक में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है। इसलिए ही पालक के जूस का सेवन करना पाचन संबंधी समस्याओं से राहत दिला सकता है। साथ ही पालक जूस पीने के फायदे शरीर में पानी की कमी को भी कम कर सकते हैं। फाइबर और शरीर में पानी की पर्याप्त मात्रा दोनों की स्वस्थ पाचन के लिए आवश्यक होते हैं। ये पाचन प्रक्रिया को सुचारू रूप से चलाने और कब्ज जैसी समस्याओं से छुटकारा दिलाने में मदद करते हैं।

हड्डियों के लिए: उम्र बढ़ने के साथ ही हड्डियां कमजोर होने लगती हैं। पालक का जूस पीने के लाभ हड्डियों को मजबूत करते हैं। पालक के जूस में विटामिन K की उच्च मात्रा हड्डियों के लिए लाभकारी होती है। विटामिन K हड्डियों के फ्रैक्चर की संभावना को कम करने में सहायक होता है। इस तरह से आप अपनी हड्डियों को मजबूत करने के लिए पालक को नियमित आहार में शामिल कर सकते हैं। यदि आपको पालक का सेवन पसंद नहीं है तो आप विकल्प के रूप में पालक के जूस का भी सेवन कर सकते हैं।

त्वचा के लिए: उम्र बढ़ने के साथ ही त्वचा की चमक और कोमलता कम होने लगती है। साथ ही त्वचा में झुर्रियां और काले धब्बे भी आने लगते हैं। पालक के जूस में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट आपकी त्वचा को नुकसान पहुंचाने वाले फ्री रेडिकल्स को रोकने में प्रभावी होते हैं। साथ ही पालक का जूस पीने से आप अपनी त्वचा को हाइड्रेट भी रख सकते हैं। इस तरह से आप अपनी त्वचा को स्वस्थ और सुंदर बनाए रखने के लिए अपने नियमित और दैनिक आहार के रूप में पालक के जूस का इस्तेमाल कर सकते हैं।

आंखों के लिए: पालक में बीटा-कैरोटीन और जेन्‍थीन की उच्च मात्रा होती है। ये दोनों ही घटक हमारी आंखों की अच्छी दृष्टि के लिए बहुत ही लाभकारी होते हैं। बीटा-कैरोटीन विटामिन A की कमी और आंखों की खुजली को रोकता है। बीटा-कैरोटीन की कमी को दूर करने के लिए आप उबली हुई या कच्ची पालक का सेवन कर सकते हैं। पालक का सेवन करने से उम्र बढ़ने संबंधी आंखों की समस्याओं को दूर करने में सफलता मिल सकती है। इस तरह से आप आंखों की बीमारियां जैसे मोतियाबिंद, रात का अंधापन और आंख के संक्रमण जैसी समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं।

खीरे के जूस के फायदे

खीरे के जूस के फायदे


खीरा खाने के फायदे अनेक है। ककड़ी खाना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। खीरे में पोषक तत्व की मात्रा अधिक होती है, साथ ही इसमें एंटीआक्सीडेंट भी पाए जाते हैं। जो आपको कई बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं। खीरा में बहुत कम कैलोरी होती है, लेकिन इस में पानी की मात्रा और सॉल्युबल फाइबर अधिक होते हैं, जिससे यह वजन कम करने का कारगर तरीका मानी जाती है। खीरा में कैलोरी कम होती है लेकिन इस में महत्वपूर्ण विटामिन और खनिज उच्च मात्रा में पाए जाते हैं। खीरे मैं पानी की मात्रा अधिक होती है, खीरे में लगभग 96% पानी होता है। अगर आप इसके पोषक तत्वों को पूरा लेना चाहते है, तो खीरे को छीलकर नहीं खाएं, खीरा को छीलने पर उसमें मौजूद फाइबर की मात्रा कम हो जाती है, साथ ही कुछ विटामिन और खनिज भी कम हो जाते है।

खीरे के जूस के औषधीय गुण

प्रोटीन की खान: सलाद के तौर पर प्रयोग किए जाने वाले खीरे में इरेप्सिन नामक एंजाइम होता है, जो प्रोटीन को पचाने में सहायता करता है। खीरा पानी का बहुत अच्छा स्रोत होता है, इसमें 96% पानी होता है। खीरे में विटामिन A, B1, B6 C, D पौटेशियम, फास्फोरस, आयरन आदि प्रचुर मात्रा में पाये जाते हैं। नियमित रुप से खीरे के जूस शरीर को अंदर व बाहर से मजबूत बनाता है।

फायदेमंद खीरा: खीरा कब्ज से मुक्ति दिलाने के साथ ही पेट से जुड़ी हर समस्या में फायदेमंद साबित होता है। इसके अलावा एसिडिटी, पेट की जलन में नियमित रूप से खीरा खाना लाभप्रद होता है।

वजन कम करने में मददगार: जो लोग वजन कम करना चाहते हैं, उन लोगों के लिए खीरे का सेवन काफी फायदेमंद रहता है। खीरे में पानी अधिक और कैलोरी कम होती है, इसलिए वजन कम करने के लिए यह अच्छा विकल्प हो सकता है। जब भी भूख लगे तो खीरे का सेवन अच्छा हो सकता है। सूप और सलाद में खीरा खाएं। खीरा में फाइबर होते हैं जो खाना पचाने में मददगार होते हैं।

आंखों के लिए लाभकारी: अक्सर फेसपैक लगाने के बाद आंखों की जलन से बचने के लिए खीरे को स्लाइस की तरह काटकर आंखों की पलक के ऊपर पर रखते हैं। इससे आंखों को ठंडक मिलती है। खीरा की तासीर जलन कम करने की होती है। जरूरी नहीं है, कि सिर्फ फेसपैक लगाने के बाद ही ऐसा कर सकते हैं। जब भी आंखों में जलन महसूस हो तो आप खीरे की मदद ले सकते हैं।

पेट के रोगों में फायदेमंद: खीरे का नियमित सेवन से पेट में होने वाली परेशानियों से छुटकारा मिलता है। जिनको परेशानी होती है, वो दही में खीरे को कसकर उसमें पुदीना, काला नमक, काली मिर्च, जीरा और हींग डालकर रायता बनाकर खाएं, इससे उन्हें काफी आराम मिलेगा।

मसूडे स्वस्थ रखता है: खीरा खाने से मसूडों की बीमारी कम होती हैं। खीरे के एक टुकड़े को जीभ से मुंह के ऊपरी हिस्से पर आधा मिनट तक रोकें। ऐसे में खीरे से निकलने वाला फाइटोकैमिकल मुंह की दुर्गंध को खत्म करता है।

जोड़ों की दवा: खीरे में सीलिशिया प्रचुर मात्रा में होता है। इससे जोड़ों को मजबूती मिलती है और टिशू परस्पर मजबूत होते हैं। गाजर और खीरे का जूस मिलाकर पीने पर गठिया बाय रोग में मदद मिलती है। इससे यूरिक एसिड का स्तर भी कम होता है।

बालों त्वचा की देखभाल: खीरे में सिलिकन व सल्फर बालों की ग्रोथ में मदद करते हैं। फेस मास्क में शामिल खीरे के रस त्वचा में कसाव लाता है। इसके अलावा खीरा त्वचा को सनबर्न से भी बचाता है। खीरे में मौजूद एस्कोरबिक एसिड व कैफीक एसिड पानी की कमी (जिसके कारण आंखों के नीचे सूजन आने लगती है।) को कम करता है।

मधुमेह रक्तचाप में फायदेमंद: खीरे के रस में वो तत्व हैं जो पैनक्रियाज को सक्रिय करते हैं। पैनक्रियाज सक्रिय होने पर शरीर में इंसुलिन बनती है। इंसुलिन शरीर में बनने पर मधुमेह से लड़ने में मदद मिलती है। खीरा खाने से कोलस्ट्रोल का स्तर कम होता है। इससे हृदय संबंधी रोग होने की आशंका कम रहती है। खीरा में फाइबर, पोटैशियम और मैगनीशियम होता है, जो ब्लड प्रेशर दुरुस्त रखने में अहम भूमिका निभाते हैं। खीरा हाई और लो ब्लड प्रेशर दोनों में ही एक तरह से दवा का कार्य करता है।

तोरई के जूस के फायदे

तोरई के जूस के फायदे


तोरई एक प्रकार की सब्जी होती है और इसकी खेती भारत में सभी स्थानों पर की जाती है। जो लोग हरी सब्जियां खाना पसंद करते हैं वे तोरई का सेवन बहुत अधिक मात्रा में करते हैं। आमतौर पर लोग तोरई का उपयोग केवल सब्जी के रूप में ही करते हैं और यह नहीं जानते हैं कि तोरई का प्रयोग एक औषधि के रूप में भी किया जाता है। आयुर्वेद में यह बताया गया है कि तोरई पचने में आसान होती है, पेट के लिए थोड़ी गरम होती है। कफ और पित्त को शांत करने वाली, वात को बढ़ाने वाली होती है। घाव को ठीक करती है, पेट को साफ करती है, भूख बढ़ाती है और हृदय के लिए अच्छी होती है। इतना ही नहीं यह कुष्ठ, पीलिया, सूजन, गैस, कृमि, गोनोरिया, सिर के रोग, घाव, पेट के रोग में भी उपयोगी होती है।

तोरई की सब्जी बहुत स्वादिष्ट और पौष्टिक होती है। गर्मियों के आस-पास आने वाली तोरई में ढेर सारे ऐसे गुण होते हैं, जो इसे आपकी सेहत के लिए परफेक्ट सब्जी बनाते हैं। तोरई की सब्जी खाने से शरीर में रक्त का निर्माण होता है और रक्त में हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ती है। इसके अलावा इसे खाने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। तोरई की खास बात ये है, कि इसमें काफी मात्रा में पानी होता है जिसके कारण ये पाचन में आसान होती है और पेट को कई बीमारियों से बचाती है। तोरई को आयुर्वेद में पथरी का रामबाण इलाज माना जाता है।

तोरई के जूस के औषधीय गुण

सिर के रोग में फायदेमंद: तोरई के पत्तों के रस से गेहूँ के आटे को गूँथ कर उसकी बाटियाँ बनाकर उन्हें चूर लें। उसमें घी और शक्कर मिलाकर लड्डू की तरह बना लें। इसे खाने से अनन्त वात नामक सिर के रोग में लाभ होता है। कच्ची कड़वी तोरई को पीसकर कनपटी पर लगाने से भी सिर के दर्द से आराम  मिलता है। सिर दर्द में तुरई के फायदे बहुत आराम पहुँचाते हैं।

आँखों के रोग में: कड़वी तोरई के बीजों को मीठे तोरई तेल में घिसकर आंखों में काजल की भांति लगाने से काला मोतियाबिंद ठीक होता है। तोरई के पत्तों  को पीसकर उसका रस निकाल लें।  इसे 1-2 बूंद आँखों में लगाने से आँखों के विभिन्न रोगों में लाभ होता है।

पथरी के लिए करें प्रयोग: अगर आपकी पथरी छोटी है या पथरी की शुरुआत है, तो तोरई के सेवन से पथरी धीरे-धीरे गलती है, और समाप्त हो जाती है। तोरई में काफी मात्रा में फाइबर होता है। इसके अलावा इसमें विटामिन C, राइबोफ्लेविन, जिंक, थियामिन, आयरन और मैग्नीशियम होता है इसलिए इसे खाने से किडनी की पथरी के साथ-साथ अन्य रोग समाप्त हो जाते हैं।

लिवर रोगों में फायदेमंद: लगातार तोरई का सेवन करना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। तोरई रक्त शुद्धिकरण के लिए बहुत उपयोगी माना जाता है साथ ही यह लिवर के लिए भी गुणकारी होता है। पीलिया होने पर अगर रोगी की नाक में 2 बूंद तोरई के फल का रस डाल दें, तो नाक से पीले रंग का द्रव बाहर निकलता है। जिससे पीलिया रोग जल्दी समाप्त हो जाता है।

वजन कम करने में: एक तोरई में लगभग 95 प्रतिशत पानी और केवल 25 प्रतिशत कैलोरी होती है। जिससे वजन नहीं बढ़ता। इसमें संतृप्त वसा और कोलेस्ट्रॉल की भी बहुत ही सीमित मात्रा होती है जो वजन कम करने में सहायक होती है।

डायबिटीज: तोरई ब्लड और यूरीन दोनों में शुगर के स्तर को कम करने में मदद करती है। इसलिए यह डायबिटीज के रोगियों के लिए फायदेमंद होती है। तोरई में इन्सुलिन की तरह पेप्टाईड्स पाए जाते हैं। इसलिए इसे डायबिटीज नियंत्रण के लिए एक अच्छे उपाय के तौर पर देखा जाता है। इसलिए सब्जी के तौर पर इसके इस्तेमाल से डायबिटीज में फायदा होता है।


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