હિન્દી મંત્ર




गणेश जी मंत्र

वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ।

निर्विघ्नं कुरू मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा।।

 शुभ लाभ मंत्र

 ॐ श्रीं गं सौभाग्य गणपतये

वर्वर्द सर्वजन्म में वषमान्य नमः॥

 गायत्री मंत्र

 ॐ एकदन्ताय विद्धमहे, वक्रतुण्डाय धीमहि,

तन्नो दन्ति प्रचोदयात्॥

गायत्री मंत्र

ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्यः धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्॥
माँ लक्ष्मी मंत्र 

दीवाली लक्ष्मी पूजा मंत्र

 क्षीरोदार्णवसम्भूते सुरासुरनमस्कृते

सर्वदेवमये मातर्गृहाणार्घ्यं नमो नम:

निवेदन मंत्र

 सुरभि त्वं जगन्मातर्देवी विष्णुपदे स्थिता

सर्वदेवमये ग्रासं मया दत्तमिदं ग्रस

 प्रार्थना मंत्र

 सर्वदेवमये देवि सर्वदेवैरलङ्कृते

मातर्ममाभिलषितं सफलं कुरु नन्दिनि

 बीज मंत्र

 ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभयो नमः॥

 महालक्ष्मी मंत्र

 
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्मयै नम:॥

 गायत्री मंत्र

ॐ श्री महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णु पत्न्यै च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात् ॐ॥
शांति पाठ मंत्र 

शांति पाठ मंत्र

 ॐ द्यौ: शान्तिरन्तरिक्षँ शान्ति:,

पृथ्वी शान्तिराप: शान्तिरोषधय: शान्ति:।

वनस्पतय: शान्तिर्विश्वे देवा: शान्तिर्ब्रह्म शान्ति:,

सर्वँ शान्ति:, शान्तिरेव शान्ति:, सा मा शान्तिरेधि॥

ॐ शान्ति: शान्ति: शान्ति:॥




नव ग्रह मंत्र

 

ॐ ब्रह्मामुरारि त्रिपुरान्तकारी भानु: राशि भूमि सुतो बुध च। 

गुरु च शुक्र: शनि राहु केतव: सर्वेग्रहा: शान्ति करा: भवन्तु।।

 

सूर्य मंत्र

 

"ॐ आदित्याय नमः"

 

चन्द्रमा मंत्र

 

"ॐ सों सोमाय नमः"

 

मंगल मंत्र 

 

"ॐ अं अंगारकाय नमः"

 

बुध मंत्र

 

"ॐ बुं बुधाय नमः"

 

बृहस्पति मंत्र

 

"ॐ बृं बृहस्पतये नमः"

 

शुक्र मंत्र

 

"ॐ शुं शुक्राय नमः"

 

शनि मंत्र

 

"ॐ शं शनैश्चराय नमः"

 

राहु मंत्र

 

 "ॐ रां राहवे नमः"

 

केतु मंत्र

 

"ॐ कें केतवे नमः"

शिव मंत्र 


शिव मूल मंत्र

 

ॐ नमः शिवाय॥

 

महामृत्युंजय मंत्र

 

ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्

उर्वारुकमिव बन्धनानत् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥

 

महामृत्युंजय गायत्री मंत्र


ॐ हौं जूं सः ॐ भूर्भुवः स्वः ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्द्धनम्‌।

उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्‌ ॐ स्वः भुवः ॐ सः जूं हौं ॐ ||

 

रुद्र गायत्री मंत्र

 

ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि

तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥


श्री विष्णु मूल मंत्र

 

ॐ नमोः नारायणाय॥

 

श्री वासुदेवाय मंत्र

 

ॐ नमोः भगवते वासुदेवाय॥

 

गायत्री मंत्र

 

ॐ श्री विष्णवे च विद्महे वासुदेवाय धीमहि।

तन्नो विष्णुः प्रचोदयात्॥

 

शान्ताकारम् मंत्र

 

शान्ताकारम् भुजगशयनम् पद्मनाभम् सुरेशम्

विश्वाधारम् गगनसदृशम् मेघवर्णम् शुभाङ्गम्।

लक्ष्मीकान्तम् कमलनयनम् योगिभिर्ध्यानगम्यम्

वन्दे विष्णुम् भवभयहरम् सर्वलोकैकनाथम्॥

 

मंगल मंत्र

 

मङ्गलम् भगवान विष्णुः, मङ्गलम् गरुणध्वजः।

मङ्गलम् पुण्डरी काक्षः, मङ्गलाय तनो हरिः॥


श्री कुबेर मंत्र

 

ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतये

धनधान्यसमृद्धिं मे देहि दापय स्वाहा॥

 

धन प्राप्ति मंत्र

 

ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नमः॥

 

अष्टलक्ष्मी मंत्र

 

ॐ ह्रीं श्रीं क्रीं श्रीं कुबेराय अष्ट-लक्ष्मी मम गृहे धनं पुरय पुरय नमः॥


श्री राम मंत्र

 

श्री राम राम रामेति, रमे रामे मनोरमे ।

सहस्रनाम तत्तुल्यं, रामनाम वरानने ॥

 

विजय-मन्त्र 


‘श्रीराम जय राम जय जय राम’


द्वादशाक्षर हनुमान मंत्र 

 

हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट्|

 

कर्ज मुक्ति मंत्र 

 

ऊँ नमो हनुमते आवेशाय आवेशाय स्वाहा|

 

समस्या मुक्ति मंत्र 

 

ॐ दक्षिणमुखाय पच्चमुख हनुमते करालबदनाय
नारसिंहाय ॐ हां हीं हूं हौं हः सकलभीतप्रेतदमनाय स्वाहाः।

 

शत्रु मुक्ति मंत्र

 

ॐ पूर्वकपिमुखाय पच्चमुख हनुमते टं टं टं टं टं सकल शत्रु सहंरणाय स्वाहा।

 

रक्षा मंत्र 

 

अज्जनागर्भ सम्भूत कपीन्द्र सचिवोत्तम।
रामप्रिय नमस्तुभ्यं हनुमन् रक्ष सर्वदा।।

 

विजय मंत्र 

 

पवन तनय बल पवन समाना।
बुधि बिबेक बिग्यान निधाना।।

 

धन प्राप्ति मंत्र

 

मर्कटेश महोत्साह सर्वशोक विनाशन ।
शत्रून संहर मां रक्षा श्रियं दापय मे प्रभो।।

 

कार्य सिद्धि मंत्र 

 

ॐ हनुमते नमः

 

उत्तम स्वास्थ्य प्राप्ति मंत्र 

 

हनुमान अंगद रन गाजे।
हांके सुनकृत रजनीचर भाजे।।

 

नासे रोग हरैं सब पीरा।
जो सुमिरै हनुमत बल बीरा।।


सूर्य मंत्र

 

ऊँ घृणि सूर्याय नम:

 

गायत्री मंत्र

 

ऊँ आदित्याय विदमहे दिवाकराय धीमहि तन्न: सूर्य: प्रचोदयात।।


शनिदेव वैदिक मंत्र

 

ॐ शं नो देवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये।

शं योरभि स्रवन्तु नः॥

 

पौराणिक मंत्र

 

नीलांजनसमाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम्।

छायामार्तण्डसम्भूतं तं नमामी शनैश्चरम्॥

 

बीज मंत्र

 

ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः।

 

सामान्य मंत्र

 

ॐ शं शनैश्चराय नमः।


दुर्गे विघ्ननाशक मंत्र

 

सर्वबाधा प्रशमनं त्रैलोक्यस्याखिलेश्वरी।

एवमेव त्याया कार्य मस्माद्वैरि विनाशनम्॥

 

सौभाग्य प्राप्ति मंत्र

 

देहि सौभाग्यं आरोग्यं देहि में परमं सुखम्।

रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि॥

 

बाधा मुक्ति, धन प्राप्ति मंत्र

 

सर्वाबाधा विनिर्मुक्तो धन धान्य सुतान्वितः।

मनुष्यों मत्प्रसादेन भव‍िष्यंति न संशय॥

 

कल्याणकारी मंत्र

 

“सर्वमङ्गलमङ्गल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके।

शरण्ये त्र्यम्बके गौरि नारायणि नमोऽस्तु ते॥”

 

धन प्राप्ति मंत्र

 

“दुर्गे स्मृता हरसि भीतिमशेषजन्तो:

स्वस्थै: स्मृता मतिमतीव शुभां ददासि।

दारिद्र्यदु:खभयहारिणि का त्वदन्या

सर्वोपकारकरणाय सदाऽऽ‌र्द्रचित्ता॥”

 

विपत्ति नाश मंत्र

 

“शरणागतदीनार्तपरित्राणपरायणे।

सर्वस्यार्तिहरे देवि नारायणि नमोऽस्तु ते॥”

 

शक्ति प्राप्ति मंत्र

 

सृष्टिस्थितिविनाशानां शक्ति भूते सनातनि।

गुणाश्रये गुणमये नारायणि नमोऽस्तु ते॥

 

रक्षा मंत्र

 

शूलेन पाहि नो देवि पाहि खड्गेन चाम्बिके।

घण्टास्वनेन न: पाहि चापज्यानि:स्वनेन च॥

 

वर प्राप्ति मंत्र

 

" हे गौरी शंकरधंगी ! यथा तवं शंकरप्रिया,

तथा मां कुरु कल्याणी ! कान्तकान्तम् सुदुर्लभं "

 

वधु प्राप्ति मंत्र

 

पत्‍‌नीं मनोरमां देहि मनोवृत्तानुसारिणीम्।

तारिणीं दुर्गसंसारसागरस्य कुलोद्भवाम्॥


माँ पार्वती मंत्र 

 

‘ऊँ उमामहेश्वराभ्यां नमः’’

‘ऊँ गौरये नमः

 

इच्छापूर्ति मंत्र

 

‘ऊँ साम्ब शिवाय नमः’

    ‘ऊँ पार्वत्यै नमः

 

सुख शांति मंत्र

 

‘मुनि अनुशासन गनपति हि पूजेहु शंभु भवानि।

 

वरप्राप्ति मंत्र

 

हे गौरी शंकरार्धांगी। यथा त्वं शंकर प्रिया।

तथा मां कुरु कल्याणी, कान्त कान्तां सुदुर्लभाम्।।

कोउ सुनि संशय करै जनि सुर अनादि जिय जानि’।

 

सफलता प्राप्ति मंत्र

 

ऊँ ह्लीं वाग्वादिनी भगवती मम कार्य सिद्धि कुरु कुरु फट् स्वाहा।


तुलसी अर्घ्य मंत्र

 

महाप्रसाद जननी, सर्व सौभाग्यवर्धिनी

आधि व्याधि हरा नित्यं, तुलसी त्वं नमोस्तुते।।

 

ध्यान मंत्र

 

देवी त्वं निर्मिता पूर्वमर्चितासि मुनीश्वरैः

नमो नमस्ते तुलसी पापं हर हरिप्रिये।।

 

पूजा मंत्र

 

तुलसी श्रीर्महालक्ष्मीर्विद्याविद्या यशस्विनी।

धर्म्या धर्मानना देवी देवीदेवमन: प्रिया।।

लभते सुतरां भक्तिमन्ते विष्णुपदं लभेत्।

तुलसी भूर्महालक्ष्मी: पद्मिनी श्रीर्हरप्रिया।।



सबका मालिक एक है

ॐ साईं देवाय नमः

 ॐ साईं गुरुवाय नमः

ॐ शिर्डी देवाय नमः

ॐ सर्व देवाय रूपाय  नमः

ॐ समाधिदेवाय नमः

ॐ अजर अमराय नमः

ॐ मालिकाय नमः

ॐ फखिरदेवाय नमः 

ॐ शिरडी वासाय विद्महे सच्चिदानंदाय  धीमहि  तनो साईं प्रचोदयात   

ॐ सर्वज्ञा सर्व देवता सवरूप अवतारा

 







 

Comments

Popular posts from this blog

ગાયત્રી શતક પાઠ અને ગાયત્રી ચાલીસા

ભક્તિ ચેનલ ઓલ નામ

Anand No Garbo With Gujarati Lyrics - આનંદ નો ગરબો